पोयला वैशाख पर बंगाली समाज मनायेगा नववर्ष
गिरिडीह : बंगाली समाज के लोग 14 अप्रैल को बांग्ला नववर्ष मनाएंगे. समाज में इसे पोयला वैशाख कहा जाता है, इस दिन को शुभ माना जाता है. समाज की महिलाएं परिवार की सुख-समृद्धि के लिए कुलदेवी की पूजा करतीं हैं. सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है. घरों में पकवान बनते हैं, सभी नये […]
गिरिडीह : बंगाली समाज के लोग 14 अप्रैल को बांग्ला नववर्ष मनाएंगे. समाज में इसे पोयला वैशाख कहा जाता है, इस दिन को शुभ माना जाता है. समाज की महिलाएं परिवार की सुख-समृद्धि के लिए कुलदेवी की पूजा करतीं हैं. सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है. घरों में पकवान बनते हैं, सभी नये वस्त्र पहनते हैं, लेकिन लॉकडाउन के कारण इस बार अपने-अपने घरों में ही रहकर पूजा-पाठ और त्योहार मनाने का निर्णय लिया है.
पाेयला वैशाख को बंगाली समाज के लोग नववर्ष के रूप में मनाते है. इस दिन घर के सभी सदस्य नये कपड़े पहनकर एक-दूसरे को बधाई देते हैं. इस बार लॉकडाउन के कारण हम घरों में ही नववर्ष मनाएंगे.तर्पिता सेन गुप्ता, गिरिडीहयह दिन बंगाली समाज के लोगों के लिए बहुत ही खास होता है. बंगाली समाज के लोग पोयला वैशाख यानी नववर्ष अपने सपरिवार के साथ मनाना पसंद करते हैं. इस दिन नयी पोशाक पहनते हैं. विभिन्न तरह के व्यंजन बनाते हैं. अमित घोष, गिरिडीहवैशाख का पहला दिन बंगाली समाज के लोगों का नववर्ष होता है. इस दिन समाज के लोग एकजुट होकर एक-दूसरे को बधाई व शुभकामनाएं देते हैं. इस बार लॉकडाउन के कारण ऐसा नहीं होगा.
लोग घरों में ही नववर्ष मनायेंगे.नीतिश जाना, गिरिडीह यह दिन बंगाली समाज का खास दिन होता है. इस दिनअपने रिश्तेदारों और परिचितों को बधाई देते हैं एवं बड़ों का आशीर्वाद लेते हैं. इस बार लॉकडाउन के कारण हमसभी व्हाट्सएप्प व वीडियो कॉलिंग के जरिये बधाई देंगे. सौरभ मुखर्जी, गिरिडीह बंगाली समाज नववर्ष को धूमधाम से मनाता है. कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए लॉकडाउन के कारण इस बार सादगी के साथ घरों में ही मनाएंगे. इस दिन लोग नये कपड़े पहन कर खुशी मनाते हैं. डाॅ तारकनाथ देव, गिरिडीहबंगाली समाज के लोगों के लिए यह दिन बहुत ही खास होता है.