घर में सो रहे भंडारीडीह पंचायत के दिघरियाखुर्द गांव निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता सुशील हांसदा के उपर गोली से हमला किया गया. गोली खिड़की में लगने के बाद छिटककर कुछ दूर जा गिरी. हादसे में वे बाल-बाल बच गये. इसके बाद हमलावर वहां से भाग खड़े हुए. हादसे से सहमे हुए सुशील हांसदा ने मामले की जानकारी बेंगाबाद पुलिस व डायल 100 को दी. सूचना मिलने के बाद बेंगाबाद थाना के एएसआई बुद्धेश्वर सरदार मौके पर पहुंचे और खोखा को जब्त कर थाना ले आए.
पूर्व से चल रहा है जमीन विवाद
इधर थाना में दिये आवेदन में सुशील हांसदा ने कहा है कि विगत 8 अगस्त को मधवाडीह गांव के विजय बेसरा, मुंशी बेसरा सहित अन्य के साथ जमीन विवाद हुआ था. उस समय उसके साथ मारपीट भी की गयी थी. वहीं उनकी बाइक को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था. कहा है कि बाबूराम बेसरा उस वक्त रिवाल्वर तानकर उसे मारने दौड़ा था, लेकिन तब उन्होंने भाग कर अपनी जान बचाई थी. सुशील हांसदा के अनुसार उक्त मामले को लेकर थाना में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से हमलावरों का मनोबल बढ़ गया और सोमवार की रात करीब तीन बजे जानलेवा हमला कर दिया. कहा कि घटना से परिजन काफी डरे हुए हैं.आवेदन बदलने की बात कहते हुए लौटा दिया
इधर आवेदक सुशील हांसदा का कहना है कि मंगलवार को जब वे आवेदन देने थाना पहुंचे तो आवेदन को बदलने की बात कही. इसके बाद मुंशी ने उसके आवेदन के कुछ अंश को कलम से काटते हुए दूसरा आवेदन देने की बात कही. मुंशी के कलम से आवेदन को काट देने से वे काफी आहत हुए और वहां से लौटकर पोस्ट ऑफिस पहुंचे और आवेदन को थाना के नाम रजिस्ट्री कर दी. कहा कि पुलिस समय पर कार्रवाई नहीं करती है और ऊपर से मुंशी आवेदन बदलने की धमकी देते हैं. ऐसे में इंसाफ की उम्मीद कैसे की जा सकती है. कहा इसकी शिकायत गांडेय विधायक के साथ वरीय पुलिस अधिकारियों के पास की जायेगी.क्या कहते हैं अधिकारी
इधर थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि गोली चलने की सूचना मिली है. घटनास्थल से खोखा बरामद किया गया है. अभी तक आवेदन नहीं मिला है. आवेदन मिलने पर कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने मुंशी के आवेदन काटे जाने की जानकारी नहीं होने की बात कही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है