जमुआ अंचल के नाजिर सुशील हांसदा व चुंगलो पंचायत के मुखिया के बीच विवाद तूल पकड़ लिया है. सुशील हांसदा ने जमुआ थाना में आवेदन देकर कहा है कि वह पांच जुलाई को अपने कक्ष में अंचल से संबंधित काम कर रहे थे. इसी दौरान चुंगलो पंचायत के मुखिया विकास कुमार मंडल कार्यालय आये और आवश्यक कार्य कराने का दबाव बनाने लगे. उन्होंने मुखिया को कुर्सी देते हुए आवेदन पर सीओ से आदेश कराने की बात कही, तो उन्होंने जाति सूचक शब्द का प्रयोग करते हमला कर दिया. टेबल पर रखे उच्च न्यायालय रांची व अन्य महत्वपूर्ण कागजात को फाड़ दिया. हो हल्ला करने पर अंचल कार्यालय के कर्मी और मुझे बताया. जाते-जाते उन्होंने जान से मारने की भी धमकी दी. आवेदन की प्रति सीएम, डीसी, एसपी, अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ, अनुसचिवीय कर्मचारी संघ को भी प्रतिलिपि भेजी है. इधर, एसआई रोहित सिंह ने कहा कि अंचल नाजिर का आवेदन मिला है. वरीय पदाधिकारी से इस पर राय ली जा रही है. आवेदन के आधार पर जांच चल रही है.
आरोप बेबुनियाद : मुखिया
चुंगलो मुखिया विकास मंडल ने कहा कि अंचल नाजिर का आरोप बे बुनियाद है. हम उनके कार्यकाल एलपीसी की फाइल बढ़ाने की बात कहने गये. लेकिन, वह कुछ सुनने को तैयार नहीं थे. इसके बाद वह कार्यालय से निकल गये. कहा कि मुझे एक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है. वह मामले को लेकर एसपी से मिलेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है