गिरिडीह : सिविल सर्जन डाॅ अवधेश कुमार सिन्हा कोरोना संकट को ले कर्मियों के लिए सख्त हो गये है. आलम यह है कि कर्मियों से सीएस अपने कार्यालय कक्ष में हाजिरी बनवा रहे है. डाॅ सिन्हा की मानें तो कोरोना के डर से डॉक्टरों को छोड़ कई विभागों के कर्मी सदर अस्पताल आने से परहेज कर रहे हैं. जबकि सामूहिक प्रयास से ही इस संकट पर जीत हासिल की जा सकती है. ऐसे में सबकी उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए फिलहाल सभी विभागों के रजिस्टर सीएस के कार्यालय कक्ष में ही रखे गये हैं और बारी-बारी से सभी कर्मियों को हस्ताक्षर करना पड़ रहा है.
इनमें सिविल सर्जन कार्यालय के कर्मचारी समेत आरसीएच, जिला कुष्ठ पदाधिकारी का कार्यालय, मलेरिया पदाधिकारी का कार्यालय तथा यक्ष्मा विभाग के करीब ढाई सौ कर्मी शामिल हैं. बताया कि पूर्व में बायोमीट्रिक सिस्टम से हाजिरी बनायी जाती थी पर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए कर्मियों से रजिस्टर पर ही हाजिरी बनावायी जा रही है. वहीं सदर अस्पताल के उपाधीक्षक कार्यालय में भी चिकित्सा पदाधिकारी, पारा मेडिकल कर्मी, कंप्यूटर ऑपरेटर, सफाई कर्मी के कुल 202 कर्मचारी हाजिरी बना रह हैं.
हर प्रखंड को दिया गया चार-चार पीपीई कीटसिविल सर्जन डॉ सिन्हा ने बताया कि कोरोना संकट को देखते हुए बुधवार को हर प्रखंड को चार-चार पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट) कीट उपलब्ध करा दिये गये है. कहा कि जल्द ही और पांच सौ पीपीई कीट की व्यवस्था की जा रही है. कोरोना को लेकर गिरिडीह हाई अलर्ट पर है. सदर अस्पताल में डाॅ मनोज की पदस्थापनाकोरोना को लेकर सदर अस्पताल में चिकित्सकों की संख्या बढ़ायी गयी है. उपाधीक्षक डाॅ उपेेद्र दास ने बताया कि देवघर सदर अस्पताल में कार्यरत डाॅ मनोज गुप्ता की पदस्थापना गिरिडीह सदर अस्पताल में की गयी है. विदित हो कि सदर अस्पताल में पूर्व से बारह चिकित्सक कार्यरत हैं.