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शिक्षकों के पदस्थापन को ले स्कूलों के जोन बंटवारा में विसंगति की शिकायत

शिक्षकों के पदस्थापन को ले स्कूलों के जोन बंटवारा में विसंगति की शिकायत माध्यमिक शिक्षक संघ ने की है. संघ ने जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीइओ) को सौंपे एक ज्ञापन में स्कूलों का जोन बंटवारा सुधारने के बाद ही शिक्षकों की पदस्थापन की मांग की.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 12, 2020 4:25 AM
  • आपत्तियों के मुख्य बिंदु

  • उच्च विद्यालय के जोन बंटवारा को बीइइओ अधिकृत नहीं

  • जोन वर्गीकरण में क्षेत्रों की प्रकृति की अनदेखी

गिरिडीह : शिक्षकों के पदस्थापन को ले स्कूलों के जोन बंटवारा में विसंगति की शिकायत माध्यमिक शिक्षक संघ ने की है. संघ ने जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीइओ) को सौंपे एक ज्ञापन में स्कूलों का जोन बंटवारा सुधारने के बाद ही शिक्षकों की पदस्थापन की मांग की.

ऐसे बंटा है जोन में : विदित हो कि जिला के प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में 2400 शिक्षक पदस्थापित हैं, जबकि उच्च विद्यालय तथा प्लस टू उच्च विद्यालयों में 800 शिक्षक हैं. स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने स्कूलों के जोन बंटवारा के बाद ही शिक्षकों का पदस्थापन का निर्देश दे रखा है. इसके लिए विभाग ने पांच जोन बनाये हैं.

बीइइओ से रिपोर्टिंग की बात समझ से परे : देवेंद्र

माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष देवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जिला स्कूल, लेदा उच्च विद्यालय, बनियाडीह उच्च विद्यालय, उत्क्रमित उच्च विद्यालय परसिया जोन चार में रखे गये हैं. परसिया के शिक्षकों का कहना है कि इसे जोन पांच में रहना चाहिए. इसी प्रकार तिसरी प्रखंड अंतर्गत नयनपुर उत्क्रमित उच्च विद्यालय को भी जोन चार में दर्शाया गया है.

नियमत: इसे जोन पांच में रहना चाहिए, क्योंकि नयनपुर जंगली क्षेत्र में स्थित है. श्री सिंह का कहना है कि विभाग ने बीइइओ को जोन बंटवारे का भार देकर इसका वर्गीकरण किया है. मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक को जोन बंटवारा का भार देना चाहिए था. उनका सवाल है कि बीइइओ से रिपोर्टिंग कराने की बात समझ से परे है. उच्च विद्यालय के जोन बंटवारा के लिए बीइइओ अधिकृत नहीं हैं. उन्होंने कहा कि जोन बंटवारा में हुई विसंगति को लेकर संघ के स्तर से आपत्ति दर्ज की गयी है. नियमत: जोन का बंटवारा नहीं हुआ तो संघ आपात बैठक बुलाकर भावी रणनीति का खुलासा करेगा.

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