अभिव्यक्ति फाउंडेशन ने गिरिडीह के एक होटन में खनन क्षेत्र में बाल श्रम पर एक राज्य स्तरीय बैठक की. इसमें विभिन्न हितधारकों नागरिक समाज संगठन (सीएसओ), बाल श्रम अधिकारी व स्थानीय नेता शामिल हुए. बैठक में बाल श्रम की चुनौती और इसे समाप्त करने पर चर्चा की गयी. चर्चा में खनन क्षेत्रों में काम कर रहे बच्चों की समस्या, खतरनाक कार्य स्थिति, शिक्षा का अभाव और बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक प्रभाव पर भी मंत्रणा हुई. कहा गया कि बच्चों को यौन उत्पीड़न और तस्करी जैसे गंभीर खतरों का भी सामना करना पड़ता है. बाल श्रम को समाप्त करने के लिए सरकार, सामाजिक संगठनों व स्थानीय समुदायों के बीच बेहतर समन्वय और सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया गया. हितधारकों ने कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन, बच्चों के शिक्षा के अधिकार को सुनिश्चित करने व स्थानीय समुदायों में जागरूकता बढ़ाने की अहमियत पर बल दिया. कार्यक्रम में अभिव्यक्ति फाउंडेशन के कृष्णकांत, रूपम रॉय, संजय उपाध्याय, अमित पांडेय, निधि जोशी, सोनी रॉय, सुरेश कुमार, दिवाकर, अक्षय कुमार, संदीप कुमार, लोकपाल तमन्ना परवीन, जिला बाल संरक्षण अधिकारी पूजा सिन्हा, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष नंदकिशोर प्रसाद, बीइइओ विनोद कुमार, जीतू कुमार आदि मौजूद थे.
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