मार्च तिसरी चौक तक गया. इस दौरान विजय के हत्यारों को फांसी देने, मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा व एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की गयी. जयनारायण यादव ने कहा कि सिंघो के एक व्यक्ति को मारकर पेड़ पर लटका दिया गया था. इससे पहले तिसरी पंदनाटांड़ निवासी दो सगे भाइयों की हत्या कर दी गयी थी, लेकिन अभी तक इनका खुलासा नहीं हुआ. वहीं एक माह पूर्व ही विजय यादव और कथित हत्यारों के बीच झगड़ा हुआ था. इसे लेकर तिसरी थाना में आवेदन भी दिया गया था. यदि उसी समय प्रशासन ने मुस्तैदी से कार्रवाई करता, तो विजय के साथ ऐसा नहीं होता. कहा कि तिसरी प्रखंड में हत्या, लूट और भ्रष्टाचार बढ़ गया है. यहां के विधायक बाबूलाल मरांडी और सांसद अन्नपूर्णा देवी चुप हैं. कहा कि पूर्व विधायक राजकुमार यादव के ओडिशा से वापस आते ही तिसरी में भ्रष्टाचार आदि के खिलाफ आंदोलन शुरू किया जायेगा. मार्च में भोला साव, उपेंद्र शर्मा, मुन्ना गुप्ता, बालेश्वर यादव, बिनोद यादव, श्रीपत यादव, विकास दास, सोनू यादव आदि मौजूद थे. संवाददाता-अमरदीप सिन्हा
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है