जमुआ. बुद्ध पूर्णिमा पर झारो नदी धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. यहां भक्त स्नान कर मंदिर में विधि विधान के साथ पूजाकर शिव-पार्वती से सुख-समृद्धि की कामना की. मंदिर परिसर हर हर गंगे के जयकारों से गूंज उठा. पंडित टुकनेश्वर उपाध्याय ने कहा कि बुद्ध पूर्णिमा में जो नदियों में स्नान करते हैं, उन्हें ज्ञान प्राप्ति के अलावा पापों से मुक्ति मिलती है. बुद्ध पूर्णिमा को वैशाख पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. इधर, मिर्जागंज जलीय सूर्य मंदिर, बसेरिया धाम शिवसिंहडीह में लोगों ने पूजा-अर्चना की.
झारखंडधाम में उमड़े श्रद्धालु
झारखंडधाम.
रिमझिम बारिश के बीच बुद्ध पूर्णिमा को ले झारखंडधाम में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. शिवगंगा में स्नान कर श्रद्धालु चंद्रकूप से जल भर छत विहीन मंदिर के शिवलिंग पर जलार्पण किया. इसके उपरांत नंदी बाबा, पार्वती, कार्तिकेय, बजरंगबली, राधाकृष्ण, वैष्णो देवी,सरस्वती, बृहद बजरंगबली व पंचमुखी हनुमान मंदिर में पूजन व दर्शन किया. पूजा-अर्चना कराने में अशोक पंडा, नरेश पंडा, राहुल पंडा, अंबिका पंडा, निधि पंडा, पप्पू पंडा, विकेंद्र पंडा, महेंद्र पंडा, महेश पंडा आदि सक्रिय रहे.देवरी : मंदिरों में उमड़ी भीड़
देवरी
. वैशाख पूर्णिमा के अवसर पर गुरुवार को देवरी प्रखंड के मंदिरों में पूजा के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. देवपहाड़ी शिव मठ, लकड़गढ़ा, जिरानाथ, बेलकुशी, कुंडेलवा व बिराजपुर महादेव पहाड़ी मंदिर, घोरंजी मुरलीपहाड़ी मंदिर, यद्दुरायडीह शिव मंदिर, तिलयडीह स्थित सत्येश्वर महादेव मंदिर में जलार्पण के लिए सुबह से ही श्रद्धालु पहुंचने लगे.सिहोडीह में बुद्ध पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन
गिरिडीह.
सिहोडीह स्थित महामाया प्यारी देवी बुद्ध विहार में बुद्ध पूर्णिमा महोत्सव मनाया गया गया. मुख्य अतिथि सम्राट अशोक क्लब भारत के राष्ट्रीय महाप्रबंधक डॉ सीपी मौर्य व विशिष्ट अतिथि भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष प्रणव वर्मा, कुशवाहा संघ के अध्यक्ष इंद्रनारायण प्रसाद, देवघर के सरकारी पीपी राजकिशोर वर्मा, जिप सदस्य प्रभा वर्मा, कांग्रेस नेत्री मंजू कुमारी, अर्जुन प्रसाद वर्मा आदि थे. वक्ताओं ने गौतम बुद्ध की जीवनी पर प्रकाश डाला. कहा कि उनका जन्म 563ई पूर्व वैशाख मास की पूर्णिमा को हुआ. 35 वर्ष की अवस्था में वैशाख मास की पूर्णिमा को ही ज्ञान प्राप्त हुआ. 45 वर्ष ज्ञान बांटते हुए 60 वर्ष की अवस्था में कुशीनगर में महापरिनिर्वाण को प्राप्त हुए. यह दिन भी वैशाख मास की पूर्णिमा था. यानि जीवन की तीनों महत्वपूर्ण घटनाएं वैशाख मास की पूर्णिमा को ही होती है, इसलिए इस दिन को बुद्ध पूर्णिमा महोत्सव के रूप में मनाया जाता है. यह महोत्सव दुनिया के करीब 120 देशों में मनाया जाता है. मौके पर अधिवक्ता कामेश्वर प्रसाद यादव, शिवशंकर गोप, अरविंद वर्मा, रोहित वर्मा, डॉ राजकिशोर वर्मा, प्रवीण कुमार, सुरेंद्र प्रसाद कुशवाहा, रूपलाल दास, ओमप्रकाश महतो, रीतलाल प्रसाद आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है