बता दें कि सीआरपीएफ द्वारा बीच बीच में नक्सल प्रभावित इलाकों में इस तरह का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. पुलिस व आम लोगों में बेहतर संबंध स्थापित करने को लेकर ऐसा कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. बुधवार को करंदो विद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में खेलकूद सामग्री, घरेलू सामान, शिक्षण सामग्री आदि का वितरण किया गया.
इस दौरान मेडिकल कैंप भी लगाया गया था. वहां सैकड़ों लोगों ने अपनी अपनी समस्याओं को बताया. सीआरपीएफ के चिकित्सकों द्वारा जरूरत के अनुसार उन्हें दवाइयां दी गयी. दस लाख के इनामी नक्सलीके साहेब मांझी के परिजन ने भी लिया लाभ
बता दें कि हार्डकोर नक्सली साहेब मांझी का गांव करंदो में है. सिविक एक्शन प्रोग्राम में साहेबराम के चाचा समेत उसके परिजन ने भी इसका लाभ लिया.
बुधवार को एएसपी, सीआरपीएफ 154 बटालियन के कमांडेट, द्वितीय कमान अधिकारी सहित अन्य अधिकारी साहेब राम के घर पहुंचे और उसके परिजनों से मिले. हालांकि साहेबराम की पत्नी व बच्चों से उनलोगों की मुलाकात नहीं हो पायी.अधिकारियों ने साहेबराम को सरेंडर कराने को कहा. कहा कि साहेब राम मांझी को आत्मसमर्पण करने से दस लाख की राशि, चार डिसमिल जमीन सहित अन्य लाभ मिलेंगे. मौके एमके यादव आदि मौजूद थे.
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