संदिग्ध परिस्थिति में फैक्ट्री के बाहर मिला युवक का शव
बिहार के जमुई निवासी के रूप में हुई शिनाख्त, परिजन ने जतायी हत्या की आशंका
गिरिडीह.
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के भोरण्डीहा स्थित एक फैक्ट्री के बाहर सोमवार की शाम को संदिग्ध परिस्थिति में एक युवक का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गयी. शव देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. मामले की जानकारी मिलने के बाद मुफस्सिल थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. देर रात तक मृतक की शिनाख्त नहीं हो सकी थी. मंगलवार की सुबह मृतक की पहचान बिहार के जमुई के चेत्यानी गांच के रहने वाला वीरेंद्र (27 वर्ष) के रूप में की गयी. घटना की सूचना मिलने के बाद मृतक के परिजन सदर अस्पताल पहुंचे और घटना की जानकारी ली. मृतक वीरेंद्र यादव के छोटे भाई ने बताया कि उसका भाई गिरिडीह में रहकर एक फैक्ट्री में काम करता था. बताया कि वह रामाशीष राजभर नामक संवेदक के अंडर में काम करता था. सोमवार को भी वह ड्यूटी से निकला था. उन्होंने मुफस्सिल थाना में आवेदन देकर भाई की हत्या करने का आरोप लगाया है. इधर घटना के बाबत मुफस्सिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो ने बताया कि मृतक युवक एक फैक्ट्री में काम करता था, लेकिन सोमवार की सुबह करीब 8 बजे वह फैक्ट्री से बाहर ड्यूटी कर वापस निकलते हुए सीसीटीवी में देखा गया है. वहीं रात में उसका शव बगल में ही संदिग्ध परिस्थिति में पाया गया. बताया कि युवक के शरीर पर कहीं भी चोट का निशान नहीं मिला है. संभवत: युवक की मौत लू लगने से हुई होगी, लेकिन पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि युवक की मौत कैसे हुई है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. वहीं संवेदक द्वारा फिलहाल मृतक के परिजनों को 1.50 लाख रुपये और फैक्ट्री प्रबंधक के द्वारा 20 हजार रुपये मुआवजा के रूप में देने का आश्वासन दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है