कार्डधारियों को कम मिल रहा अनाज
बेंगाबाद.
बेंगाबाद राशिन वितरण व्यवस्था चरमरा गयी है. डोर स्टेप डिलेवरी (डीएससडी) संवेदक की मनमानी का खामियाजा डीलरों को भुगतना पड़ रहा है. डीलरों को कम अनाज की आपूर्ति किये जाने से कार्डधारियों के खाद्यान्न की कटौती करने के लिए वह बाध्य हैं. वहीं, अनाज कटौती किये जाने से डीलरों को कार्डधारियों के कोपभाजन का शिकार डीलरों को बनना पड़ रहा है. कम अनाज की आपूर्ति किये जाने के सवाल पर डीएससडी संचालक ऊपर के अधिकारियों का हवाला देकर पल्ला झाड़ लेते हैं. लंबे समय से यह खेल बेंगाबाद में फल फूल रहा है. लेकिन, इस दिशा में अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं. कई सवाल खड़े कर रही है.एक सौ से अधिक डीलरों को भेजा जाता है अनाज
बेंगाबाद आपूर्ति गोदाम से एक सौ अधिक डीलरों के पास डोर स्टेप डिलेवरी के संवेदक के माध्यम से अनाज की आपूर्ति की जाती है. अनाज भेजे जाने वाले डीलरों की मौजूदगी में अनाज का वजन कराने के बाद आपूर्ति का प्रावधान है, लेकिन यहां ऐसा नहीं किया जा रहा है. बिना डीलरों की उपस्थिति के ही उनके गोदाम में अनाज की आपूर्ति कर दी जाती है. ऐसे में वजन कम मिलने की शिकायत डीलरों के पास रहती है. लेकिन उसकी बात को कोई सुनने वाला नहीं है. विरोध करने पर तरह-तरह की जांच के नाम परेशान करने की भी धमकी दी जाती है. परेशान डीलर चाहकर भी कुछ बोलने की स्थिति में नहीं होते हैं. परेशान डीलर कार्डधारियों से अनाज की कटौती कर भरपाई करने को विवश हैं.कार्डधारियों ने मचाया हंगामा
इधर भंडारीडीह के डीलर दिलीप रजक के कार्डधारियों ने कम अनाज व दाल दिये जाने की शिकायत करते हुए हंगामा किया. स्थानीय मुखिया के पास कार्डधारियों ने इसकी शिकायत की. शिकायत मिलने के बाद मुखिया अनीता देवी ने इसकी छानबीन की. छानबीन में डीलर दिलीप रजक ने बताया कि उसके पास निलंबित डीलर लखन लाल के कार्डधारियों को भी टैग किया गया है. मई माह में उसे आठ क्विटंल चावल व 34 किलो दाल कम उपलब्ध कराया गया. इस स्थिति में अनाज कटौती करना उसकी विवशता है. बताया तीन सौ किलो चना दाल के एवज में उसे 266 किलो दिया गया है. वहीं, पीएच कार्डधारियों के लिए 5804 किलो चावल के एवज में 5251 किलो और 1372 किलो गेहूं के स्थान पर 1315 मिला है. अंत्योदय के लिए 1451 किलो चावल के स्थान पर 1288 किलो और 343 किलो गेहूं के स्थान पर 322 किलो उपलब्ध कराया गया है. कहा आठ क्विटंल चावल व 34 किलो चना दाल कम दिया गया है. इसकी भरपायी जरूरी है. यही स्थिति बेंगाबाद के अन्य डीलरों की है. कम अनाज देकर व्यापक पैमाने पर कालाबजारी की जा रही है. इसके लिए एक संगठित गिरोह सक्रिय है जो निर्धारित दुकानों में अनाज की कालाबजारी करता है.क्या कहते हैं एजीएम
इधर, एजीएम पवन कुमार वर्मा का कहना है कि आवंटन के आधार पर डीलरों को अनाज उपलब्ध कराया जाता है. जिन डीलरों के पास स्टाॅक पहले से जमा रहता है, उन्हें कम अनाज दिया जाता है. कालाबजारी की बात से उन्होंने इंकार किया है. कहा डीलरों को उपस्थित होकर अनाज वजन कराकर लेने की बात कही गयी है, लेकिन डीलर आते ही नहीं है. इसके कारण डीएसडी कराया जा रहा है. इधर, बीडीओ सह एमओ निशा कुमारी से संपर्क का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.
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