बगोदर प्रखंड के हेसला उप स्वास्थ्य केंद्र को चालू कराये जाने की मांग लंबे समय से की जा रही है. इसे लेकर बुधवार को भी ग्रामीणों ने आपनी आवाज बुलंद की. सिविल सर्जन को आवेदन देकर लोगों ने उप स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम और सप्ताह में एक-दो बार चिकित्सकों की उपस्थिति दर्ज कराने की मांग की है. बता दें कि हेसला उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण करीब पांच साल पहले लगभग 60 लाख रुपये की लागत से कराया गया था. इससे स्थानीय लोगों में उम्मीद जगी थी, कि स्थानीय स्तर पर उप स्वास्थ्य केंद्र होने से लोगों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिलेगा. लेकिन इसे आज तक चालू नहीं किया गया है. उप स्वास्थ्य केंद्र के बनने के बाद इसे चालू कराने की जवाबदेही न विभाग उठा रहा है और न ही किसी जन प्रतिनिधि का इस ओर ध्यान है.
पंचायत समिति सदस्य ने सीएस को लिखा पत्र
इसे लेकर पंचायत समिति सदस्य सिफा एहसान ने सिविल सर्जन गिरिडीह को पत्र लिखा है. बता दें कि हेसला पंचायत की आबादी लगभग 7000 है. खासकर महिलाओं को स्वास्थ्य जांच के लिए बगोदर या फिर डुमरी जाना पड़ता है. आपातकाल में कभी घटना होने का भय बना रहता है. चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विनय कुमार का कहना है कि स्वास्थ्य कर्मियों का अभाव के कारण पंचायत में बने उप स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति बंद के माफिक बनी हुई है. इस पर वरीय अधिकारियों को पहल करने की जरुरत हैं.
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