—जिला परिषद पंगु, जांच रिपोर्ट भेजने के बाद भी होती नहीं कार्रवाई, हम लाचार हैं

जिप के दो साल के कार्यकाल पूरे, झलका जिप अध्यक्ष का दर्द, बोलीं

By Prabhat Khabar News Desk | June 26, 2024 12:06 AM

जिप के दो साल के कार्यकाल पूरे, झलका जिप अध्यक्ष का दर्द, बोलींपंचायती राज व्यवस्था को कमजोर करने की है साजिश

प्रतिनिधि, गिरिडीह.

जिला परिषद बिल्कुल पंगु हो चुका है. कई जगह गड़बड़ियां हैं. हम जांच के बाद रिपोर्ट भी करते हैं, लेकिन अधिकारी कार्रवाई करना भी उचित नहीं समझते. यह कहना है जिप अध्यक्ष मुनिया देवी का. जिप के दो वर्ष का कार्यकाल पूरे होने पर मंगलवार को जिप अध्यक्ष पत्रकारों को संबोधित कर रही थीं. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम विवश हैं. कई शिकायतें मिलने के बाद जांच की गयी है और जांच के बाद अधिकारियों को जांच रिपोर्ट भी भेजी गयी, लेकिन उन मामलों में क्या कार्रवाई हुई, इससे भी अवगत कराने की जरूरत अधिकारियों ने नहीं समझा. कहा कि जल जीवन मिशन में व्यापक गड़बड़ी की गयी है. देवरी में उन्होंने स्थल निरीक्षण भी किया. योजना में काफी गड़बड़ी भी मिली और शिकायत भी की गयी. लेकिन सामने कोई परिणाम नहीं आया.

दो वर्षों के कार्यकाल में लगभग 43 करोड़ रुपये खर्च :

मुनिया देवी ने अपने दो साल के कार्यकाल की उपलब्धि बताते हुए कहा कि गिरिडीह में 42 करोड़ 65 लाख 96 हजार 580 रुपये विभिन्न योजनाओं में खर्च किये गये हैं. समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को आगे बढ़ाने के मैं लिए संकल्पित हूं. उन्होंने कहा कि गिरिडीह जिला कृषि के लिए जाना जाता है. खेती से जुड़े लोगों को सिंचाई सुविधा की सुविधा मुहैया कराने के लिए 15वें वित्त आयोग से 55 अमृत सरोवरों का निर्माण जिले में किया जा रहा है. इस पर 10 करोड़ 51 लाख 780 रुपये खर्च किये जा रहे हैं. इसके साथ ही पांच स्वास्थ्य उपकेंद्रों का निर्माण जिले में किया जा रहा है. इसमें एक करोड़ 66 लाख 50 हजार रुपये खर्च होंगे. बताया कि तीन स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण पूरा हो चुका है. विशेष केंद्रीय सहायता योजना से पांच सड़कों का निर्माण कार्य भी पूरा हो चुका है. इन सड़कों के निर्माण में 71 लाख 22 हजार 800 रुपये खर्च किये गये हैं. आबद्ध योजना से 34 योजनाएं ली गयी हैं. इनपर तीन करोड़ 23 लाख 13 हजार रुपये खर्च किये जा रहे हैं. वहीं अनाबद्ध निधि से कुल 36 योजनाएं गिरिडीह के लिए चयनित की गयी हैं. इनकी लागत चार करोड़ 56 लाख 41 हजार 900 रुपये होगी. इसके अलावा जिले में चहारदीवारी विहीन पंचायत भवनों की सुरक्षा पर 1 करोड़ 33 लाख 39 हजार 600 रुपये खर्च किये जायेंगे. पंचायती राज व राजभाषा विभाग की ओर से भवनहीन कुल पंचायत भवनों का निर्माण शीघ्र ही किया जायेगा. और इसपर चार करोड़ 49 लाख 45 हजार रुपये खर्च होंगे. बताया कि निविदा निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. 15वें वित्त आयोग से स्वास्थ्य प्रक्षेत्र अंतर्गत जिलों में कुल 11 स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण कराया जायेगा. इसमें लगभग 6 करोड़ 10 लाख 50 हजार रुपये खर्च होंगे. साथ ही सीएसआर के अंतर्गत 89 लाख सात हजार 400 रुपये युवा विकास केंद्र पर खर्च किये जायेंगे. इसके अलावा राजधनवार आदर्श कॉलेज में कुल 97 लाख 59 हजार 500 रुपये की लागत से ऑडिटोरियम का निर्माण किया जायेगा.

जिप के सदस्य ने भी जाहिर किया आक्रोश :

मुनिया देवी ने कहा कि विकास के काम में तेजी लाने के लिए आवश्यक प्रयास किये जा रहे हैं. अगर अधिकारी बाधक नहीं बने तो जिले का विकास तेजी से हो सकता है. इस मौके पर जिप के सदस्य उस्मान अंसारी ने भी आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि जिला परिषद की बैठक में लिए गये निर्णयों पर अधिकारी कार्रवाई तक नहीं करते. जिला के देवरी प्रखंड में जल जीवन मिशन की हालत काफी खराब है. विभागीय अधिकारी को अवगत भी कराया गया, लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आया. पत्रकार सम्मेलन में जिप सदस्य हिंगामुणि मुर्मू, कार्यपालक पदाधिकारी शिवशंकर कुमार, जिला अभियंता भोला राम समेत कई लोग उपस्थित थे.

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