बेंगाबाद में नल जल योजना में हुई गड़बड़ी को ले विभागीय अधिकारी जांच पडताल में जुट गयी है. इसी कड़ी में मंगलवार को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग रांची के कार्यपालक अभियंता ई चन्द्रशेखर बेंगाबाद पहुंचे. इसके उपरांत प्रखंड के चितमाडीह पंचायत में योजना की धरातलीय स्थिति से अवगत हुए और ग्रामीणों से मिलकर योजना का लाभ मिलने व परेशानी की जानकारी ली. इसके बाद बेंगाबाद के वन विश्रामागार में प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के मुखिया के साथ बैठक कर आवश्यक जानकारी ली. इस दौरान मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष ने इस योजना में कार्य की जिम्मेदारी लेने वाले संवेदकों की मनमानी की जानकारी दी. कहा कि संवेदक स्थानीय जनप्रतिनिधियों की बात नहीं सुनते हैं. गड़बड़ी की जानकारी देकर सुधार करने की मांग कई बार किया गया लेकिन न तो संवेदक ने सुधार किया और न ही विभाग ने इसपर कोई छानबीन किया. कनीय अभियंता राज आनंद, सहायक अभियंता मनीष कुमार पर जनप्रतिनिधियों ने फोन नहीं उठाने की शिकायत दर्ज करायी. कहा कि वे दोनों क्षेत्र में संवेदक के साथ घुमकर कागजी रिर्पोट तैयार करते हैं. स्थानीय जनप्रतिनिधि के साथ कोई तालमेल नहीं रखते हैं जिस कारण जनता को परेशानी हो रही है. वहीं मधवाडीह, गोलगो, छोटकीखरगडीहा, सोनबाद, ताराजोरी, मानजोरी, कर्णपुरा, बडकीटांड सहित अन्य पंचायतों के मुखिया ने भी अपने अपने पंचायतों में गड़बड़ी की शिकायत की. कहा कि जैसे तैसे बोरिंग किये जाने से पानी की समस्या हुई है. कुछ स्थानों पर केवल स्ट्रक्चर खडा कर छोड़ दिया है. नल से नाममात्र की पानी वो भी दिन में एकाध बार आता है. घटिया क्वालिटी के मोटर लगाये जाने की भी शिकायत मुखियाओं ने कार्यपालक अभियंता से की. इस दौरान सभी शिकायतों को सूचीबद्ध कराया गया.
संवेदकों को एक माह में स्थिति सुधारने की मिली मोहलत
समस्या से अवगत होने के बाद कार्यपालक अभियंता ई चन्द्रशेखर ने कहा विभिन्न स्थानों में जांच व मुखियाओं के साथ बैठक में यह बात सामने आयी है कि इस महत्वपूर्ण योजना में गड़बड़ी की गयी है. कार्य की जिम्मेदारी लिये संवेदकों को एक माह के अंदर कार्य सुधार करने की मोहलत दी गयी है. इस दौरान मुखिया उनसे संपर्क स्थापित कर कार्य की प्रगति की जानकारी मोबाईल से दे सकते हैं. हर हाल में एक माह में ग्रामीणों को नल से पानी मिलना सुनिश्चित कराया जायेगा. उन्होंने जनप्रतिनिधियों को संवेदकों को सहयोग करने की बात कही. कहा कि आपसी तालमेल से ही योजना सही सलामत धरातल पर उतारा जा सकता है.ब्लैक लिस्ट के बजाय सीधे दर्ज होगी प्राथमिकी
कार्यपालक अभियंता ने कहा यह अंतिम अवसर है. संवेदकों को एक माह के अंदर सारी कमियों को सुधार कर पानी सप्लाई चालू कराने का निर्देश दिया जा चुका है. इसके बाद भी संवेदकों ने गंभीरता नहीं दिखाई तो उन्हें ब्लैक लिस्टेड करने के बजाय उनके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जायेगी. कहा कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद जल जीवन मिशन की सरकारी राशि गबन का मामला बनेगा जिसकी बेल हाईकोर्ट से भी संभव नहीं है. कहा कि यह महत्वपूर्ण मिशन है इसमें लापरवाही अक्षम्य है. मौके पर महेन्द्र प्रसाद वर्मा, मो सदिक अंसारी, बासुदेव महतो, राजेन्द्र प्रसाद वर्मा, डिस्को मंडल, राजेश कुमार, राजकुमार सिंह, रमेश बेसरा, बिरेन्द्र दास, महेन्द्र चैधरी, बारिक अंसारी के अलावा जमुआ के कनीय अभियंता चंदन कुमार दास, देवरी के त्रिपुरारी कुमार, शहरी क्षेत्र के नरोतम सिंह भी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है