बगोदर वन प्रक्षेत्र में घूम रहा हाथी, लोगों से सतर्कता बरतने की अपील
झुंड से बिछड़ा गाथी शनिवार से बगोदर प्रखंड इलाके के गांवों में उत्पात मचा रहा है. हाथी ने इन चार दिनों के दौरान एक दर्जन से अधिक किसानों के घरों की दीवार, दरवाजे, खिड़की को क्षतिग्रस्त कर दिया है.
झुंड से बिछड़ा गाथी शनिवार से बगोदर प्रखंड इलाके के गांवों में उत्पात मचा रहा है. हाथी ने इन चार दिनों के दौरान एक दर्जन से अधिक किसानों के घरों की दीवार, दरवाजे, खिड़की को क्षतिग्रस्त कर दिया है. वहीं, एक महिला हाथी के चपेट में आने से बाल- बाल बच गयी. इधर, सोमवार की देर रात हाथी ने खेतको इलाके में उत्पात मचाया था. उसे किसी तरह गांव से खदेड़ा गया. इसके बाद हाथी विष्णुगढ़ के अचलजामो होते हुए जीटी रोड सिक्सलेन होकर मंगलवार की रात घनी आबादी वाले क्षेत्र बगोदर नीचे बाजार में प्रवेश कर गया. यहां चार लोगों के घरों के मुख्य दरवाजे को क्षतिग्रस्त कर दिया. वहीं, पुरानी जीटी रोड में सुखदेव यादव के घर के बाहर गोदाम के गेट को तोड़कर रखे एक व्यापारी के रखे चावल को नष्ट कर दिया है. पंकज वर्णवाल के स्कूल गेट व कांदू टोला के चरकू कांदू के घर के दरवाजे को तोड़ दिया है. हाथी के बगोदर बाजार प्रवेश की सूचना पर वन विभाग पहुंची और मंगलवार की रात हाथी को घाघरा इलाके में खदेड़ा. वन विभाग की टीम ने सायरन बजाते हुए पटाखे फोड़े और मशाल जलाकर हाथी को दूर भगाया. लेकिन, बुधवार की सुबह पुनः हाथी बगोदरडीह और घाघरा के बीच कोरियाटांड़ के एक घर में घुस कर करीब 15 मिनट तक उत्पात मचाया है.
घर छोड़कर भागे परिवार के सदस्य
बताया जाता हैं कि हाथी ने पक्के मकान के घर में घुस कर दरवाजा तोड़ दिया और घर में रखे आटा को चट कर गया. हाथी के घर में घुसते ही महिला-पुरुष भाग कर जान बचाये. ग्रामीणों ने पटाखे छोड़ कर हाथी को दूसरे छोर तक खदेड़ा है. बता दे कि अभी भी हाथी बगोदर वन क्षेत्र के जंगल में विचरण कर रहे है और शाम ढलते ही गांव होते हुए बगोदर बाजार की ओर चला आ रहा है. आबादी वाले क्षेत्र में हाथी के प्रवेश होने से लोगों में दहशत बना हुआ है. लोगों ने वन विभाग से हाथी को झुंड में मिलाने का प्रयास करने या फिर उसे जंगलों में खदेड़ने की मांग की है, ताकि कोई बड़ी घटना ना हो. इस बाबत फॉरेस्टर अंशु पांडेय ने बताया कि चार सालों से उक्त हाथी की गतिविधि इसी इलाके में है. अभी भी बगोदर वन प्रक्षेत्र में हाथी घूम रहा है. उन्होंने लोगों से सर्तकता बरतने की भी अपील की. कहा कि हाथी के गांव घुसने पर ग्रामीणों को सावधानीपूर्वक उसे भगायें. हाथी के ज्यादा नजदीक नहीं जायें और वन विभाग को इसकी सूचना दें.
18 परिवार को मिला 10-10 हजार का चेक
पीरटांड़ में हाथियों के उत्पात से हुए नुकसान पर गिरीडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने त्वरित संज्ञान लिया. विधायक की उपस्थिति में तीन दिनों में सीएसआर मद से 18 प्रभावित परिवार को 10-10 हजार का चेक दिया गया. मालूम रहे कि पिछले दिनों कुड़को एवं बदगांवा पंचायत में हाथियों का झुंड पहुंचा था. हाथियों ने पहाड़पुर गांव के कमार टोला एवं नावाटांड़ में एक दर्जन से अधिक घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया था. झुंड ने घर मे रखे अनाज चट कर गया और फसलों को भी नष्ट कर दिया था. इसके बाद विधायक गांव पहुंचे और सभी पीड़ित परिवार को एक-एक क्विंटल अनाज उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था. सभी को जल्द मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया था. बुधवार को विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, बीडीओ मनोज कुमार मरांडी तथा कुडको व बदगांवा पंचायत जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में कुल 18 लोगों को 10-10 हजार का चेक दिया गया. मुआवजा मिलने से लोगों में खुशी देखी गयी. विधायक ने वन विभाग को भी जल्द मुआवजा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. कहा कि कमारटोला में विद्यालय के क्षतिग्रस्त रसोई घर को वह विधायक मद से 15 दिनों में बनना देंगे. मौके पर मंटू मुर्मू, घनश्याम महतो, राजू ठाकुर, बिरजू मरांडी, अविनाश कुमार, ताज हुसैन, आर्यन कुमार, राजू रविदास, दिनेश्वर महतो आदि उपस्थित थे.पीरटांड़ में हाथियों ने चार घरों को तोड़ा
पीरटांड़ क्षेत्र में हाथियों का उत्पात अभी भी जारी है. पूर्वी क्षेत्र के बाद हाथियों का झुंड पारसनाथ पहाड़ चढ़ गया है और वहां चार घरों व एक बाइक को क्षतिग्रस्त कर दिया. मंगलवार की रात ही हाथियों का झुंड पहुंच गया था. मधुबन मुखिया कविता देवी ने बताया कि लगभग एक दर्जन हाथियों का झुंड दक्षिणी डाहिया गांव पहुंचा और उत्पात मचाना शुरू कर दिया. किसी तरह लोग घर छोड़कर भागे. इस दौरान हाथियों ने सुनील किस्कू, दुर्गा हेंब्रम, लोमधा मुर्मू व बिनोद किस्कू का घर तोड़ दिया. वहीं, सुनील किस्कू की बाइक को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. घटना की सूचना वन विभाग को दे दी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है