बेंगाबाद के मोतीलता गांव में व्यापक पैमाने पर जंगल की जमीन की हो रहे अतिक्रमण की सूचना पर वन विभाग की टीम हरकत में आ गई है. फॉरेस्टर दिवाकर तांती के नेतृत्व में विभाग की टीम शुक्रवार को उक्त स्थल पर पहुंची. छानबीन में वन भूमि पर अतिक्रमण पाया गया. इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को देते हुए कार्रवाई शुरू की गई. भारी हो-हंगामे के बीच अतिक्रमण कर जुताई करते हुए की गई वन भूमि से घेरा को उखाड़ दिया गया. वहीं मार्किंग करते हुए ट्रेंच कटिंग की बात वन कर्मियों ने की है. जानकारी देते हुए फॉरेस्टर दीवाकर तांती ने बताया कि मोतिलेदा गांव के बगल में वन भूमि की विशाल भूखंड पर अतिक्रमणकारियों की नजर लग गई थी. उक्त भूमि पर जुताई-कुड़ाई करते हुए कुछ लोगों ने कच्चा घेरान कर दिया था. जानकारी मिलने के बाद टीम में अन्य वनरक्षियों को शामिल करते हुए शुक्रवार को उक्त स्थल पर घेरान को उखाड़ते हुए 10 एकड़ से अधिक जमीन को कब्जा मुक्त कर लिया गया. बताया कि कुछ लोगों ने विरोध भी किया, लेकिन सख्ती बरते जाने के बाद लोग किनारे हो गए. कहा कि अतिक्रमणकारियों को चिह्नित कर लिया गया है. उक्त लोगों के विरुद्ध वन अधिनियम के तहत केस दर्ज किया जाएगा. टीम में दीपक दास, रोहित पंडित, संतोष दास, आशीष मिश्रा सहित अन्य वनकर्मी शामिल थे.
करमजोरा में जारी है वनभूमि पर अतिक्रमण
इधर बेंगाबाद मधुपुर मुख्य मार्ग करमजोरा मोड़ के पास वन भूमि पर अतिक्रमण जोरों पर है. यहां पर वन भूमि में प्लॉटिंग कर जमीन की खरीद-बिक्री भी की जा रही है. कुछ जमीन पर बाउंड्री खड़ी कर दी गई है. मुख्य मार्ग के बगल में होने के कारण यहां पर कुछ भू-माफिया सक्रिय होकर वन भूमि को कब्जा करने में जुटे हुए हैं. ग्रामीणों के अनुसार उक्त स्थल पर शीघ्र विभाग अतिक्रमण हटाने में गंभीरता नहीं दिखती है तो बाद में विभाग को मुश्किल का सामना करना पड़ जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है