गांडेय.
शहनाई बजी, शादी हुई और कालांतर में बच्चे का जन्म भी हो गया, लेकिन लाभुकों को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ नहीं मिल पाया. इसे विभाग की नाकामी कहें या विभागीय कर्मियों की लापरवाही. कुछ ऐसा ही मामला गांडेय प्रखंड में सामने आया है. जानकारी के अनुसार समाज कल्याण विभाग के तहत संचालित मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के माध्यम से गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों की कन्या को विवाह के अवसर पर 30 हजार रुपये आर्थिक सहायता कन्या के बचत खाता में प्रदान की जाती है, लेकिन गांडेय में पिछले वित्तीय वर्ष में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ लाभुकों को नहीं मिला है. सूत्रों की मानें तो वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 44 आवेदन की स्वीकृति हुई थी. विभाग द्वारा लाभुक के विवाह का निबंधन संख्या, खाता संख्या आदि भी भेजा गया, लेकिन लाभ नहीं मिलने से लाभुक व उनके परिजन परेशान हैं.केस स्टडी-वन
झरघट्टा पंचायत के कोयरीडीह की सुलेखा कुमारी(पिता बलदेव राय)की शादी 02.05.2022 को बहुरिया डीह निवासी संजीव नारायण देव के साथ हुई. उन्हें संतान की प्राप्ति भी हुई. लेकिन आवेदन जमा करने के दो वर्ष बाद भी उन्हें योजना का लाभ नहीं मिल पाया है.
केस स्टडी- टू
कुसुम्भा की उमा कुमारी(गुजर कोल्ह) की शादी चरकु कोल्ह (पीरटांड़) के साथ 05.07.2022 को हुई. वर्तमान में वह गर्भवती है. मुुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आवेदन भी जमा किया गया था, लेकिन अभी तक योजना का लाभ नहीं मिला है.केस स्टडी-थ्री
बड़कीटांड़ की सलीका बानो(पिता मुख्तार मिर्जा) की शादी गांव के ही जफर आलम से 02.04.2022 को हुई. वर्तमान में उन्हें एक संतान भी है, लेकिन योजना के तहत आवेदन किये दो वर्ष गुजर गये, लेकिन अभी तक उन्हें योजना की राशि नहीं मिली है.क्या कहते हैं प्रभारी सीडीपीओ
सीओ सह प्रभारी सीडीपीओ मनोज कुमार ने कहा कि वित्तीय 22-23 के आवेदन,आवंटन व वितरण की उन्हें जानकारी नहीं है. वर्ष 23-24 में कुल 130 आवेदन जमा हुए थे. जबकि लक्ष्य 45 ही था. लक्ष्य के अनुरूप 45 लाभुकों को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की राशि भेजी जा चुकी है. शेष 85 में से कुछ आवेदन जिला में प्रक्रियाधीन है. जबकि कुछ को वापस कर दिया गया है.
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