गिरिडीह, राकेश सिन्हा-पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल गिरिडीह-एक और गिरिडीह-दो के जल जीवन मिशन के कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में सभी सहायक अभियंता, कनीय अभियंता, डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर समेत 17 अधिकारियों का वेतन रोक दिया गया है. इससे संबंधित आदेश पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के प्रधान सचिव के निर्देश पर सरकार के विशेष सचिव राजीव रंजन कुमार ने जारी किया है. विभाग के प्रधान सचिव मस्तराम मीणा ने 10 और 21 जनवरी को गिरिडीह के दोनों प्रमंडलों की समीक्षा की थी. पीडब्ल्यूएस रहित गांवों की स्थिति, पीडब्ल्यूएस की जियो टैगिंग की स्थिति, जियो टैग्ड सूचना बोर्ड, जियो टैग्ड पीडब्ल्यूएस स्टटेस, योजनाओं की कमीशनिंग, वीडब्ल्यूएससी को हैंडओवर करने, हर घर जल सर्टिफिकेशन करने और एफएचटीसी कवरेज की समीक्षा प्रधान सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से की थी.
उन्होंने पाया कि दोनों ही प्रमंडलों के सहायक और कनीय अभियंता तथा प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर द्वारा आंकड़ों का विश्लेषण और नियमित रूप से आइएमआइएस अपलोड नहीं किया जाता है. इन लोगों द्वारा कार्य में उदासीनता बरती जा रही है और अनुश्रवण में व्यक्तिगत रुचि भी नहीं ली जा रही है.
तत्काल प्रभाव से वेतन रोकने का लिया गया निर्णय
इस मामले में विशेष सचिव ने गिरिडीह के उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा को पत्र लिखकर कहा है कि गिरिडीह प्रमंडल एक और दो में कार्यरत सभी सहायक व कनीय अभियंता और जेजेएम-आइएमआइएस के ग्राम कोऑर्डिनेटर द्वारा अपने कायों में रुचि नहीं लेने, दायित्वों का निर्वहन नहीं करने और कार्य में कोताही बरतने के कारण सभी का वेतन तत्काल प्रभाव से रोकने का निर्णय लिया गया है.
विभाग के इन अधिकारियों पर हुई कार्रवाई
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के 17 अधिकारियों का वेतन रोका गया है. इनमें गिरिडीह प्रमंडल वन के सहायक अभियंता मनीष कुमार, शिवाशीष दास, जेजेएम के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर पूर्णेंदू कुमार, कनीय अभियंता राज आनंद, बबलू हांसदा, त्रिपुरारी कुमार, चंदन कुमार, मणिकांत तथा गिरिडीह प्रमंडल टू के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर विवेक कुमार शर्मा, सहायक अभियंता मोहनलाल मंडल, कनीय अभियंता दीपक कुमार, विपिन कुमार रवानी, जितेंद्र कुशवाहा, जयप्रकाश यादव व लालू महतो शामिल हैं.
उपायुक्त ने तीन फरवरी तक मांगी है कार्ययोजना
प्रधान सचिव के निर्देश के आलोक में डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने दोनों प्रमंडलों के कार्यपालक अभियंता को पत्र लिखकर तीन फरवरी तक प्रगति की कार्ययोजना तैयार कर मांगी है. उन्होंने कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश दिया है कि समीक्षा के लिए चिह्नित बिंदुओं की भौतिक स्थिति व जेजेएम-आइएमआइएस के डैश बोर्ड में प्रदर्शित आंकड़ों का मिलान किया जाये. साथ ही डैश बोर्ड को अपडेट करने का भी निर्देश दिया है.
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