Giridih News :सरसों की खेती कर आत्मनिर्भर बन रहे पलरा गांव के किसान

Giridih News :जमुआ प्रखंड की केंदुआ पंचायत के सुदूरवर्ती पलरा गांव में किसान लगभग चार-पांच हेक्टेयर में सरसों की खेती कर रहे हैं. पिछले वर्ष कृषक रंजीत मंडल ने अपनी बंजर भूमि पर दो हेक्टेयर पर सरसों की खेती की थी. इससे प्रेरणा लेकर यहां के किसानों ने इस वर्ष संगठित होकर चार-पांच हेक्टेयर में सरसों की खेती की है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 27, 2024 11:49 PM
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जापानी विधि से चार-पांच हेक्टेयर में किसान कर रहे खेतीजमुआ प्रखंड की केंदुआ पंचायत के सुदूरवर्ती पलरा गांव में किसान लगभग चार-पांच हेक्टेयर में सरसों की खेती कर रहे हैं. पिछले वर्ष कृषक रंजीत मंडल ने अपनी बंजर भूमि पर दो हेक्टेयर पर सरसों की खेती की थी. इससे प्रेरणा लेकर यहां के किसानों ने इस वर्ष संगठित होकर चार-पांच हेक्टेयर में सरसों की खेती की है. सरसों की खेती लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है. खेती देखने के लिए काफी संख्या में लोग देखने पहुंच रहे हैं. बताया गया कि यह क्षेत्र बंजर था. किसानों ने अपना पसीना बहाकर इसे खेती लायक बनाया. किसानों ने उपज को बढ़ाने के लिए जापानी तरीका अपना रहे हैं. सरसों के पटवन के लिए बगल के अंबा घाट नाले का सहारा लिया जा रहा है. पंपिंग से खेतों तक पानी पहुंचाया जा रहा है.

सरकारी सहयोग मिला तो हरा-भरा रहेगा पूरा गांव

कृषक रंजीत मंडल ने कहा कि अगर सरकारी सहयोग मिले तो पूरा गांव हरा-भरा रहेगा. गांव के बगल में बारह माह नाला बहता रहता है, जिससे पानी की कोई कमी नहीं है. बिजली की सही सुविधा मिलनी चाहिए, तभी गांव में खुशहाली आ सकती है. कहा कि बेरोजगार युवक जो महानगरों में जाकर रोजगार तलाशते हैं, वह गांव में ही खेती कर रोजगार कर सकेंगे. किसान त्रिभुवन मंडल, जागेश्वर मंडल, कैलाश मंडल, भुनेश्वर मंडल, नागेश्वर वर्मा, केशो मंडल, प्रवीण कुमार आदि ने अंबा घाट नाला में चेकडैम निर्माण की मांग प्रशासन से की है, ताकि उन्हें सिंचाई की मुकम्मल सुविधा मिल सके और खेती कार्य में परेशानी ना हो.

खेती से किसानों को होगी अच्छी आय : मुखिया

मुखिया आशा देवी ने कहा कि सरसों की खेती से इस बार यहां के किसानों को अच्छी आय प्राप्त होने की उम्मीद जगी है. मुखिया ने कहा कि आने वाले दिनों में किसानों को एफपीओ भी मदद करेगी. यहां के किसान सभी तरह से खेती कर स्वावलंबी बन सकें, इसका प्रयास होगा. कहा कि क्षेत्र के किसानों का वह हरसंभव मदद करने को तैयार हैं. कृषकों को खेती में होने वाले समस्याओं का समाधान गंभीरतापूर्वक किया जायेगा, ताकि यहां के किसान आत्मनिर्भर बन दूसरे के लिए प्रेरणास्रोत बन सकें.

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