गावां थाना क्षेत्र के गदर पावर ग्रिड से एक किमी अंदर जंगल में प्रेशर बम विस्फोट से पिता व पुत्र घायल हो गये. घायल की पहचान मध्यप्रदेश के कटनी निवासी मजीद राठौर (52) व पुत्र अजिद (2) के रूप में हुई. गदर पावर ग्रिड से दक्षिण एक किमी दूर जंगल में दो-तीन दिनों से कुछ गुलगुलिया परिवार रह रहा था. परिवार के सदस्य दिन भर क्षेत्र में घूम-घूमकर जड़ी-बूटी, तेल, दवा आदि बेचते थे. रात में वे लोग जंगली रास्ते में सूअर मारने के लिए प्रेशर बम रख देते थे. शनिवार की रात भी प्रेशर बम जगह जगह लगा दिया गया था. सुबह में बम हटाकर झोपड़ी में रख दिया था. मजीद की पत्नी कुछ सामान लाने माल्डा गयी थी. इसी बीच झोपड़ी के अंदर थैला में रखा प्रेशर बम ब्लास्ट कर गया. घटना में पिता व पुत्र दोनों घायल हो गए. बम की आवाज पांच किमी तक सुनी गयी. विस्फोट की आवाज सुनकर कुछ लोग घटना स्थल पर पहुंचे और घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गावां भेजा.प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया. गदर के पूर्व मुखिया ब्रह्मदेव शर्मा ने कहा कि स्थल पर पहुंचे तो देखा कि पिता व पुत्र जमीन पर घायल पड़े हुए हैं.
घटना के बाद भागा सभी परिवार
गावां के जंगलों में काफी संख्या में जंगली सुअर पाये जाते हैं. इनका वजन 50 से 80 किलो तक होता है. रात सूअर झुंड में जंगल से बाहर खेतों में लगे फसलों को खाने के लिए आते हैं. सुदूर क्षेत्रों में मक्का-मड़ुआ आदि की खेती करने वाले किसान मचान बनाकर रात में अपने खेतों की रखवाली करते हैं. सूअरों का शिकार करने वाले लोग अक्सर उनके रास्ते में प्रेशर बम रख देते हैं. बताया जाता है कि इसके निर्माण में बारूद के अलावा एक अन्य केमिकल का प्रयोग होता है, जिससे सूअर आकर्षित होते हैं. सूअर उसे खाने के लिए जैसे ही मुंह से दबाता है, वह विस्फोट कर जाता. घायल होने के बाद लोग सूअर का शिकार कर उसका मांस को आसपास बेच देते हैं. पहले भी ऐसी घटना घट चुकी है. घटना की सूचना पर थाना प्रभारी महेश चंद्र घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि घटना के बाद सभी यहां से सामान आदि लेकर भाग गये हैं. इस प्रकार के लोगों पर नजर रखी जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है