पशुओं को चराने गये ग्रामीण की लू से मौत की आशंका, मुआवजा की मांग
प्रखंड अंतर्गत लोकाई पंचायत के सुदूरवर्ती क्षेत्र और आदिवासी बहुल गांव लक्ष्मीबथान में बीते दिनों भीषण गर्मी में लू लगने से गांव के ही एक आदिवासी मजदूर छोटू सोरेन(50), पिता बाजो सोरेन की मौत हो जाने की बात सामने आयी है.
तिसरी.
प्रखंड अंतर्गत लोकाई पंचायत के सुदूरवर्ती क्षेत्र और आदिवासी बहुल गांव लक्ष्मीबथान में बीते दिनों भीषण गर्मी में लू लगने से गांव के ही एक आदिवासी मजदूर छोटू सोरेन(50), पिता बाजो सोरेन की मौत हो जाने की बात सामने आयी है. हालांकि लू लगने से उसकी मौत की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पायी और शव का दाह संस्कार भी कर दिया गया है. बताया जाता है कि छोटू सोरेन पशुओं को चराने के लिए घर से बाहर जंगल की ओर गया हुआ था. वह स्वस्थ था. ग्रामीणों ने कहा कि पशुओं को चराने के दौरान उसे लू लग गयी और वह नीचे गिर गया. आसपास रहे कुछ लोगों ने उसे गिरा देखा तो उठा कर घर लाये, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. छोटू घर का एकमात्र कमाऊ सदस्य था. मृतक अपने पीछे पत्नी समेत चार छोटे-छोटे बच्चे को छोड़ गया है. ग्रामीणों को आशंका है कि छोटू सोरेन की मौत लू लगने से ही हुई है. इसके साथ ही ग्रामीणों की मांग है कि छोटू परिवार का इकलौता कमाऊ सदस्य था, इसलिए उसके परिजन को आर्थिक सहयोग व मुआवजा मिलना चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है