10 माह की बच्ची को गोद में लेकर ड्यूटी कर रही महिला कांस्टेबल
हालात कैसे भी हों, परिवार की जिम्मेदारी मां के कंधों पर होती है. चाहे वह भी घर चलाने में आर्थिक रूप से बराबर की हिस्सेदारी क्यों ना उठा रही हो.
मृणाल कुमार, गिरिडीह . हालात कैसे भी हों, परिवार की जिम्मेदारी मां के कंधों पर होती है. चाहे वह भी घर चलाने में आर्थिक रूप से बराबर की हिस्सेदारी क्यों ना उठा रही हो. इसके साथ ही बच्चों का पालन पोषण में भी वह पीछे नहीं रहती. इसी तरह अपनी दोहरी जिम्मेदारी उठाते हुए गिरिडीह के समाहणालय में भी महिला पुलिस जवान खुशबू अपनी गोद में दस माह की बेटी के साथ ड्यूटी करती नजर आ रही है. इसकी खूब प्रशंसा हो रही है. पपरवाटांड़ स्थित समाहरणालय में शुक्रवार से कोडरमा लोकसभा और गांडेय विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. नामांकन को लेकर एक ओर जहां समाहणालय के मुख्य गेट में बांस का बैरियर लगाया गया है तो मुख्य द्वार पर भी प्रवेश द्वारा बनाया गया है. इसी प्रवेश द्वार में एक पर महिला कांस्टेबल की ड्यूटी लगी है. महिला कांस्टेबल मोहनपुर गिरिडीह की रहने वाली है. उसका पति भी सहायक पुलिस है. खुशबू अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी ईमानदारी के साथ करते हुए अपने निर्धारित समय सुबह 10 बजे अपनी गोद में 10 माह की बच्ची आरोही को लेकर खड़ी मिली. वह अपनी बच्ची को गोद में रखकर मेटल डिटेक्टर से समाहरणालय में प्रवेश करने वाली महिलाओं के बैग की तलाशी ले रही थी. जिसकी भी नजर खुशबू पर पड़ रही थी, वह उसकी प्रशंसा कर रहे थे. बताया गया कि महिला कांस्टेबल की ड्यूटी पुलिस लाइन से समाहरणालय परिसर के प्रवेश द्वार पर लगायी गयी है.
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