खंडोली इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (केआइई) के प्राचार्य समेत 17 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. प्राथमिकी सचिन कुमार सिंह ने दर्ज करायी है. प्राथमिकी में खुद को अध्यक्ष बताते हुए श्री सिंह ने कहा है कि अरविंद कुमार, शुक्ला रानी, प्रदीप कुमार सिन्हा, रवींद्र कुमार, सुनील कुमार साह, कन्हैया लाल वर्मा, कुणाल करिहार समेत 10 अन्य अज्ञात लोग केआइटी कैंपस के मेन गेट का ताला तोड़कर घुसे और कई दस्तावेजों को साथ लेते गये. इस दौरान आरोपियों ने गार्ड के साथ मारपीट भी की और उनके गले से सोने की चेन भी छीन ली. साथ ही गाड़ी में रखे दो लाख रुपये लूटने का आरोप भी लगाया हैं. सचिन ने यह भी आरोप लगाया है कि प्रदीप सिन्हा ने उन्हें धमकी भी दी और पांच लाख रुपये हर महीने रुपये पहुंचाने को कहा है. बेंगाबाद पुलिस ने बीएनएस की धारा 126(2)/115(2)/304(2)/329(3)/351(1)/61(2)/3(5) के तहत दर्ज कर लिया है. श्री सिंह ने उक्त मामले में दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है.
प्रतिशोध स्वरूप की गयी है प्राथमिकी : प्रभारी प्राचार्य
केआइटी के प्रभारी प्राचार्य प्रदीप कुमार सिन्हा ने कहा कि कांड संख्या 6/2025 में उन्होंने सचिन कुमार सिंह समेत दो दर्जन से भी ज्यादा लोगों के विरुद्ध मारपीट और लूटपाट की प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसके प्रतिशोध में श्री सिंह ने उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी है. कहा कि आखिर किस हैसियत से सचिन केआइटी परिसर में गये थे. सचिन ना ही अध्यक्ष हैं और ना ही ट्रस्टी. बताया कि उन्होंने खुद 2018 में एक वाद में हाइकोर्ट में इंडिविजुअल कैपेसिटी पर अपना आवेदन वापस ले लिया था. इतना ही नहीं क्रिमिनल रिविजन में भी उन्हें इंटरवेनर बनने तक नहीं दिया गया. वह जिला प्रशासन के साथ-साथ पुलिस को भी गुमराह कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है