घोरंजी पहाड़ में लगी आग, सैकड़ों पौधे जले

देवरी प्रखंड के घोरंजी पहाड़ में आग लगाने से सैकड़ों की संख्या में छोटे पौधे व बांस की झाड़ी जल गये. पहाड़ की मिट्टी को भी क्षति पहुंची है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 3, 2024 10:57 PM

देवरी (गिरिडीह). देवरी प्रखंड के घोरंजी पहाड़ में आग लगाने से सैकड़ों की संख्या में छोटे पौधे व बांस की झाड़ी जल गये. पहाड़ की मिट्टी को भी क्षति पहुंची है. अंकुरित बीज भी जल कर राख हो गये. हालांकि, बड़े पेड़ को नुकसान नहीं हुआ है. जानकारी के मुताबिक तिसरी क्षेत्र के जंगल में लगायी गयी आग देवरी के घोरंजी पहाड़ पर पहुंच गयी. आग पहाड़ के केंदुआ व अमझर मौजा के दो हेक्टेयर परिधि में फैल गयी. आशंका जतायी जा रही है कि महुआ चुनने के लिए जंगल व पहाड़ में आग लगा दी गयी. इधर, जंगल व पहाड़ में आग लगाये जाने की सूचना पर डीएफओ प्रवेश अग्रवाल व रेंजर अनिल कुमार बुधवार को टीम के साथ घोरंजी पहाड़ पहुंचे. वनरक्षी नीरज पांडेय, राहुल कुमार, वाचर प्रयाग यादव, राजू बेसरा, ग्रामीण चतुर बासके, लुकस मरांडी आदि के सहयोग से आग को बुझाने का काम शुरू हुआ. बुधवार की शाम तक आद पर लगभग काबू पा लिया गया था. हालांकि, शाम तक आग को बुझाने का कार्य जारी था. इस बाबत रेंजर अनिल कुमार ने बताया कि महुआ चुनने के पहाड़ में आग लगा दी गयी. आग को बुझाने का कार्य अंतिम चरण में है. आग लगने से मामूली क्षति हुई है. उन्होंने आसपास के ग्रामीणों से पहाड़ में आग नहीं लगाने की अपील की. ग्रामीणों को बताया कि आग से पेड़-पौधे की क्षति के साथ वन्य जीव के जीवन पर खतरा उत्पन्न हो सकता है. महुआ गिरने के सीजन में पूर्व में भी लगायी थी आग पहाड़ पर जंगली पेड़ों के साथ महुआ के पेड़ों का भरमार है. महुआ गिरने के सीजन में ग्रामीण पूर्व में भी पहाड़ पर आग लगा चुके हैं. आशंका जतायी कि इस बार भी महुआ चुनने के लिए पहाड़ पर आग लगा दी गयी. झारखंड के प्रमुख पर्वत में शुमार है घोरंजी पहाड़ झारखंड के प्रमुख पर्वत में शुमार घोरंजी पहाड़. यह देवरी प्रखंड का सबसे ऊंचा पहाड़ है. पहाड़ में बेशकीमती पेड़-पौधे रहने के साथ-साथ जंगली जीवों का बसेरा है. आग लगाये जाने से पेड़-पौधे के साथ जंगली जीव के जीवन पर संकट उत्पन्न हो जाता है. इसको देखते हुए वन विभाग ने त्वरित कार्रवाई की और आग को बुझाने का काम किया.

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