डेढ़ वर्षों से जलापूर्ति बंद, चार हजार की आबादी परेशान
गिरिडीह : सदर प्रखंड की अकदोनी कला पंचायत में पांच साल पूर्व 2.77 करोड़ से शुरू की गयी ग्रामीण जलापूर्ति योजना पिछले डेढ़ वर्षों से बंद है. योजना के बंद होने से पेयजलापूर्ति बाधित है. इससे लगभग चार हजार की आबादी प्रभावित हो रही है. योजना को लेकर अकदोनी खुर्द पंचायत के प्रेमनगर तक पाइपलाइन […]
गिरिडीह : सदर प्रखंड की अकदोनी कला पंचायत में पांच साल पूर्व 2.77 करोड़ से शुरू की गयी ग्रामीण जलापूर्ति योजना पिछले डेढ़ वर्षों से बंद है. योजना के बंद होने से पेयजलापूर्ति बाधित है. इससे लगभग चार हजार की आबादी प्रभावित हो रही है. योजना को लेकर अकदोनी खुर्द पंचायत के प्रेमनगर तक पाइपलाइन का विस्तारीकरण किया गया था. कई घरों में पेयजल के लिए कनेक्शन भी दिये गये, लेकिन नये कनेक्शन में एक बूंद पानी लोगों को नहीं मिला. अब यहां के लोग किसी तरह से पानी का जुगाड़ कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक सीसीएल गिरिडीह कोलियरी अंतर्गत भदुआ स्थित जुबली पिट चानक पर दो पंचायतों की करीब 10 हजार की आबादी पानी के लिए निर्भर थी. जुलाई 2018 में यह चानक भूमिगत आग की चपेट में आ गयी. खतरे की आशंका को देखते हुए इस चानक से जलापूर्ति बंद कर दी गयी. बता दें कि सीसीएल बनियाडीह की जलापूर्ति योजना व पीएचइडी की अकदोनीकला ग्रामीण जलापूर्ति योजना संचालित थी.
अकदोनीकला जलापूर्ति योजना बंद हुए लगभग डेढ़ वर्ष बीत गये, लेकिन पीएचइडी टू इसे चालू कराने में अभी तक नाकाम है. विभाग इतने समय बीत जाने के बाद भी अभी तक जलस्रो की संभावना की तलाश रही है. दूसरी ओर सीसीएल गिरिडीह कोलियरी प्रबंधन ने 2018 नवंबर-दिसंबर में अपने क्षेत्र में जोकटियाबाद चानक से जलापूर्ति शुरू करा दी. पानी के लिए परेशान रहते हैं अकदोनीकला के लोग :बताया जाता है कि जुलाई 2018 में जुबली पिट चानक से जलापूर्ति बंद होने के बाद उसी समय से अकदोनीकला पंचायत के कई परिवार पानी की किल्लत झेल रहे हैं. ग्रामीण बताते हैं कि विगत लोकसभा चुनाव से पूर्व अकदोनीकला जलापूर्ति योजना के बोरिंग से चार-पांच दिनों तक अपर्याप्त मात्रा में जलापूर्ति हुई, लेकिन कुछ ही दिनों में वह भी बंद हो गयी. सूत्रों का कहना है कि नेताओं व विभाग द्वारा केवल इसे शुरू करने का आश्वासन ही मिल रहा है. बॉक्सनये जलस्रोत की तलाश कर रहा है विभाग : इइपीएचइडी टू के कार्यपालक अभियंता चंद्रशेखर ने बताया कि जुबली पिट चानक भूमिगत आग की चपेट में है. खतरे को देखते हुए वहां से जलापूर्ति बंद कर दी गयी है. विभाग द्वारा नये जलस्त्रोत की तलाश की जा रही है. साथ ही नये सिरे से प्राक्कलन तैयार किया जायेगा. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन समाप्त होने के बाद इसकी स्वीकृति के लिए विभाग के पास भेजा जायेगा. उन्होंने कहा कि विभाग की कोशिश है कि जल्द से जल्द पेयजलापूर्ति चालू कर लोगों की परेशानी दूर की जायेगी.