नवनिर्मित मंदिर का ध्वज दंड प्रतिष्ठा महोत्सव आज से
म्मेदशिखर जी मधुबन में राजस्थान के संगमरमर पत्थर पर अद्भुत कलाकृतियों से सुसज्जित तीर्थरक्षक भोमिया जी महाराज का मंदिर बनकर तैयार है.
पीरटांड़. सम्मेदशिखर जी मधुबन में राजस्थान के संगमरमर पत्थर पर अद्भुत कलाकृतियों से सुसज्जित तीर्थरक्षक भोमिया जी महाराज का मंदिर बनकर तैयार है. नवनिर्मित मंदिर के ध्वज दंड प्रतिष्ठा को लेकर भव्य धार्मिक अनुष्ठान मंगलवार से शुरू होगा. इसमें देश के विभिन्न राज्यों से जैन अनुयायी जुटेंगे. कार्यक्रम को लेकर संस्था ने तैयारी की है. बताया जाता है कि सम्मेद शिखर पारसनाथ के तीर्थरक्षक अधिष्ठायक देव भोमिया जी मंदिर के ध्वज दंड का भव्य तरीके से प्रतिष्ठा किया जायेगा. करोड़ों की लागत से संगमरमर पत्थर पर अद्भुत कलाकृतियों से सुसज्जित भोमिया बाबा मंदिर निर्माण कि गया है. मंदिर से मुख्य द्वार व पीलर पर राजस्थान के कारीगरों ने आकर्षक आकृति उकेरी है. करोड़ों की लागत से अतिप्राचीन भोमिया बाबा मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है. ध्वज दंड प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर साधु संतों के सानिध्य में धार्मिक विधि जायगी. मंगलवार को मंदिर परिसर में कुंभ स्थापना, दीपक स्थापना, जवारारोपण तथा क्षेत्रपाल पूजन किया जायेगा. कार्यक्रम के तहत 19 अप्रैल को नवग्रह पाटला पूजन, दस दिकपाल पाटला पूजन, अष्टमंगल पाटला पूजन व 18 अभिषेक किया जायेगा. 20 को मधुबन में भव्य बरघोडा व भोमिया जी हवन किया जायेगा. 21 को पावन प्रतिष्ठा एवं लघुशांति स्नात्र होगा. 22 अप्रैल को साधु-संत द्वार उद्घाटन व श्री सतरभेदी पूजा के साथ समापन होगा.