Giridih News :आपराधिक घटनाओं को लेकर सुर्खियों में रही सीसीएल की गिरिडीह कोलियरी

Giridih News :वर्ष 2024 में अपराधी घटनाओं को लेकर सीसीएल गिरिडीह कोलियरी सुर्खियों में रहा है. इस वर्ष कई आपराधिक घटनाएं हुईं. इसमें कुछेक की जान चली गयी, तो कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हुए. अपराधी घटनाओं में कोयला व लोहा चोरी का मामला भी सुर्खियों में रहा.

By Prabhat Khabar News Desk | December 31, 2024 11:31 PM

घाटे पर चल रही कोलियरी को उबारना हमेशा चुनौती रहा है

वर्ष 2024 में अपराधी घटनाओं को लेकर सीसीएल गिरिडीह कोलियरी सुर्खियों में रहा है. इस वर्ष कई आपराधिक घटनाएं हुईं. इसमें कुछेक की जान चली गयी, तो कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हुए. अपराधी घटनाओं में कोयला व लोहा चोरी का मामला भी सुर्खियों में रहा. हालांकि, इस दौरान सीसीएल प्रबंधन की ओर से लोहा व कोयला चोरी के मामले में मुफस्सिल थाना में कई प्राथमिक दर्ज करायी. इनमें से कुछ आरोपी की गिरफ्तारी हुई तो कुछ आज भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.

कोलियरी ने देखे हैं कई उतार-चढ़ाव

जिले के एकमात्र सरकारी उपक्रम गिरिडीह कोलियरी संक्रमणकालीन दौर से गुजर रहा है. वर्ष 1857 में खुले इस कोलियरी ने कई उतार चढ़ाव देखे हैं. परियोजना से एरिया फिर एरिया से परियोजना और वर्तमान में परियोजना से एरिया बनते हुए कोयलांचलवासियों ने देखा है. घाटे पर चल रही इस कोलियरी को उबारना हमेशा चुनौती रहा है. नये साल मे उम्मीद है कि बंद ओपेनकास्ट परियोजना को चालू करा कोलियरी को घाटे से उबारने का प्रयास होगा. इतना ही नहीं रोजगार के साधन सृजित होंगे और मजदूरों का पलायन रुकेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. वर्ष 2024 में गिरिडीह कोलियरी में अपराध की कई घटनाएं घटित हुई है. कोयला तस्करी और लोहा चोरी का मामला प्रबंधन के लिए परेशानी का सबब रहा है. सालों भर कोयला तस्करी पर रोक लगाने के लिए डोजरिंग अभियान चलता रहा, इसके बाद भी खंतों का संचालन और कोयला तस्करी पर पूरी तरह से विराम नहीं लग पाया है. इस क्षेत्र में सक्रिय कोयला तस्करों का मनोबल भी काफी बढ़ गया है. यही वजह है कि आये दिन सुरक्षा प्रहरियों पर हमला करने की घटनाएं भी घटित हुई है. 11 जून को कोयला चोरों ने सुरक्षा गार्ड पर हमला किया था. कबरीबाद से कोयला चोरी करने के दौरान कोयला माफियाओं के खदेड़ने पर कुछेक कोयला चोर ने एक सुरक्षा प्रहरी पर हमला बोल दिया जिससे वह घायल हो गया. बाद में इसे मामले में मुफस्सिल थाना संबंधित आरोपियो के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी गई. गत नौ जून की रात को सीसीएल सुरक्षा गार्ड रिंकू कुमार पर अपराधियों ने हमला बोल कर बुरी तरह से घायल कर दिया. शुक्र है कि समय रहते प्रबंधन के प्रयास से उसका इलाज शुरू हुआ और काफी दिनों तक रांची के एक नर्सिंग होम में इलाज के बाद वह स्वस्थ हो पाया. रिंकू कुमार कुमार के आंखों में मिर्ची पाउडर डालकर और लाठी-डंडा और धारदार हथियार से वार कर उसे घायल कर दिया गया था. हालांकि, इस घटना के चंद दिनों के बाद मुफस्सिल थाना पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया था. 13 सितंबर को कोयला माफियाओं द्वारा गिरिडीह कोलियरी से गिरिडीह स्टेशन तक चलने वाली मालवाहक ट्रेन को डिरेल करने की मंशा से ट्रैक का फिश प्लेट खोल दिया गया था. अगर समय पर इसे नहीं देखा जाता तो एक बड़ी घटना घटित हो सकती थी. कोयलांचल क्षेत्र में अपराधियों का निरंतर मनोबल बढ़ता रहा है. 21 दिसंबर को चिलगा निवासी दामोदर यादव पर अपराधियों ने चाकू से वार कर उनकी हत्या कर दी. इस घटना के बाद ग्रामीणों ने दो अपराधियों को धर-दबोचा था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. घटना में शामिल कुल आठ अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. यह घटना इस क्षेत्र में सुर्खिंयां बनी. इस मामले को लेकर राजनीति भी खूब गरमायी. इधर, ओपेनकास्ट परियोजना को चालू कराने को लेकर गिरिडीह कोलियरी संघर्ष करती रही है.

ओपेकास्ट चालू कराने के लिए होता रहा प्रयास :

नये साल 2025 में ओपेनकास्ट परियोजना से कोयला का उत्पादन चालू होने की प्रबल उम्मीद है. इसके लिए मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू, राज्य सभा सदस्य डॉ सरफराज अहमद और गांडेय विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन ने काफी प्रयास किया है. इसी प्रयास का नतीजा है कि इसी व सीटीओ लेने की दिशा में प्रबंधन ने कदम बढ़ा दिया है.

कोयला तस्करों के खिलाफ चलता रहा अभियान

गिरिडीह कोलियरी क्षेत्र में कोयला तस्करों से खिलाफ सालों भर अभियान चलता रहा. कोयला तस्करों की धर-पकड़ के साथ अवैध कोयला का जब्त किया गया. साथ ही कोयला तस्करी में प्रयुक्त किये जाने वाले बाइक व साइकिल भी बरामद किया गया. महाप्रबंधक बासब चौधरी के निर्देश पर कोयला तस्करों के खिलाफ करने के साथ-साथ अवैध खंतों को भरने का भी सिलसिला जारी रहा. इधर, मुफस्सिल थाना पुलिस ने भी कोयला तस्करों के खिलाफ अभियान जारी रखा.

भूमाफियाओं की बढ़ी सक्रियतागिरिडीह कोलियरी क्षेत्र में भूमाफियाओं की सक्रियता काफी बढ़ गई है. वर्ष 2024 में कोयलांचल क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में सीसीएल की जमीन को हड़पने का सिलसिला जारी रहा. यूं तो कुछेक मामले में सीसीएल सुरक्षा विभाग ने कार्रवाई की लेकिन अधिकांश मामलों में सुरक्षा विभाग भूमाफियाओं के समक्ष बौना साबित हुआ है. यही वजह है कि सीसीएल क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में जमीन पर कब्जा करने का दौर चला. नये वर्ष में उम्मीद है कि इन भूमाफियाओं पर नकेल कसा जायेगा.

कोयला चोरी रोकने पर पत्थर से सुरक्षा गार्ड पर किया था हमला

गत 18 अक्तूबर को सीसीएल गिरिडीह कोलियरी के सीपी साईडिंग में वैगन से कोयला उतार रहे लोगों को रोकने पर कोयला चोरों ने सुरक्षा गार्ड पर कोयला और पत्थर से हमला कर दिया था. जिससे सुरक्षा में तैनात होम गार्ड राजकुमार यादव घायल हो गए थे. ड्यूटी के दौरान रैक लोडिंग पास कराने के दौरान कोयला चोर ट्रेन में चढ़कर कोयला उतारने लगे थे. उनलोगों को कोयला चोरी से रोकने पर हमला कर दिया गया था. जिसमें दाहिने कान के बगल में, बाएं हाथ में और दोनो पैर में गंभीर चोट लगी थी.

भू-धंसान की कई घटनाएं हुईं

वर्ष 2024 में गिरिडीह कोलियरी क्षेत्र में भू-धंसान की कई घटनाएं घटित हुई. 15 सितंबर को बनियाडीह-कबरीबाद मुख्य मार्ग के बगल भू-धंसान हुई थी. कोयला के अवैध खनन के कारण बना गोफ बन गया था. लोगों में दहशत रही. वहीं जुलाई माह में लंकास्टर अस्पताल परिसर में दो बार भू-धंसान की घटना हुई जिससे परिसर का जमीन धंस गयी और भवन में दरार आ गयी. प्रबंधन ने डोजरिंग करवायी, लोगों में आज भी दहशत है. लोगों को उम्मीद है कि वर्ष 2025 में कोयला के अवैध कटाई व निकासी पर रोक लगेगा.

(सूरज सिन्हा, गिरिडीह)

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