वह अपने रूम में रह रहा था. उसके साथ रह रहे लोगों ने बताया कि वह 28 दिसंबर को अपने रूम से निकला और फिर वापस नहीं आया. अपने साथ वह अपना मोबाइल भी नहीं ले गया है. इसके कारण उसका संपर्क दुबई में काम कर रहे लोगों के साथ साथ अपने घर परिवार से भी कट गया है. एक सप्ताह से अधिक समय से संपर्क नहीं होने पर परिवार वाले परेशान हैं. कामेश्वर के माता-पिता और पत्नी ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने इकलौते बेटे को खोजने, उससे बातचीत करवाने और घर वापसी की गुहार लगायी है. इधर, पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह से भी मदद की गुहार लगायी है. श्री सिंह ने हरसंभव मदद करने की बात कही है.माले नेता पवन महतो ने लोकल सप्लायर, चेन्नई के एजेंट व दुबई में रहने वाले कई लोगों से इस संबंध मे बातचीत की है. गांव के ही हेमलाल महतो ने बताया कि गुरुवार को कामेश्वर कुमार के परिजनों से रांची में प्रवासी मजदूरों के निदेशालय में आवेदन दिलाया जायेगा. कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, भारत सरकार के विदेश मंत्रालय, दुबई में स्थित भारतीय दूतावास समेत अन्य संबंधित लोगो व अधिकारियों से मदद की अपील की है.
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