दक्षिण अफ्रीका के ट्यूनिशिया से अडवारा पंचायत के जमुआरी टोला बरवाडीह के मजदूर गोविंद महतो (47) का शव 27 दिन बाद शनिवार की शाम घर पहुंचा. गोविंग पांच जुलाई को कल्पतरु इंटरनेशनल पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड के तातनिया स्थित पावर प्रोजेक्ट में टेक्नीकल लेबर के रूप में काम करने गया था. काम करने के दौरान हाइड्रा से दब जाने के कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे अस्पताल ले जाया गया. इलाज के दौरान आठ सितंबर को उसकी मौत हो गयी. 27 दिन बाद मृतक गोविंद महतो का शव गांव पहुंचा. सूचना पर विधायक विनोद कुमार सिंह व पूर्व विधायक नागेंद्र महतो गांव पहुंचे और मृतक के परिजनों को ढाढ़स बंधाया था. मालूम रहे कि कंपनी के द्वारा मुआवजा भुगतान में आनाकानी करने के 27 दिन तक शव मुंबई में पड़ा रहा. समाजसेवी छोटन प्रसाद छात्र, सिकंदर अली व हीरालाल महतो के संयुक्त प्रयास से शव घर पहुंचा. वहीं कंपानी के समझौते के अनुसार मृतक गोविंद महतो की पत्नी झलिया देवी को बैंक खाते में 10.55 लाख का भुगतान किया गया है. शेष राशि भी जल्द मिलेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है