बताया जाता है कि कैलाश प्रसाद वर्मा व बैकुंठ प्रसाद वर्मा के बीच जमीन विवाद के निष्पादन के लिए गुरुवार को लगभग 12 बजे मुखिया बिशुनदेव वर्मा व वार्ड सदस्य राजेन्द्र वर्मा की उपस्थिति में पंचायती हो रही थी. इसी दौरान दोनों पक्ष आपस में उलझ गये और खूनी संघर्ष हो गया.
पंचों ने बीच-बचाव कर घायलों को अस्पताल भेजा. एक पक्ष से कैलाश प्रसाद वर्मा घायल हुए हैं, वहीं दूसरे पक्ष से बैकुंठ प्रसाद वर्मा, उनकी पत्नी बसंती देवी व पुत्र विकास प्रसाद वर्मा घायल हैं. सभी घायलों का इलाज बिरनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉ वसीम फरहानी मजहबीन ने की.बाद में गंभीर रूप से घायल कैलाश व बैकुंठ को सदर अस्पताल गिरिडीह रेफर कर दिया. दोनों पक्ष ने घटना की जानकारी बिरनी थाना को दी है.
दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर लगाया मारपीट करने का आरोप
दोनों पक्ष ने एक दूसरे पर मारपीट करने का आरोप लगाया है. घटना के बारे में वार्ड सदस्य राजेंद्र वर्मा ने बताया कि मामले के निष्पादन के लिए पंच बैठे थे. निष्पादन हो गया था. सभी लोग पंचायत से जाने लगे. इसी बीच दोनों पक्ष उलझ गये ओर खून खराबा हो गया.घायल बैकुंठ वर्मा ने इलाज के दौरान बताया कि जमीन विवाद को लेकर पंचायत जनप्रतिनिधियों की अगुवाई में पंचायत की जा रही थी. जिस जमीन पर विवाद है, उस पर 50 वर्षों से उनका घर बना हुआ है और रह रहे हैं. बाकी जमीन पर खेती-बाड़ी कर रहे हैं.
इसे कैलाश वर्मा अपनी जमीन होने की बात बता रहे हैं. जमीन का कागजात दिखाने को लेकर पंचायती की जा रही थी, लेकिन पंचायत में ही उमेश वर्मा, प्रकाश वर्मा, सुनील वर्मा और कैलाश वर्मा लाठी-डंडे से अचानक हमला कर दिये.बिरनी थाना प्रभारी आकाश भारद्वाज ने बताया कि घटना की जानकारी दोनों पक्ष से मिली है. घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया है. आवेदन मिलते ही कार्रवाई की जायेगी.
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