युवक के तालाब में डूबने की सूचना सरिया प्रशासन को भी दी गयी. स्थानीय नागरिक भी अपने स्तर से डूबे हुए युवक को खोजने में जुट गए. लेकिन, सफलता नहीं मिली. प्रशासन से प्रशिक्षित गोताखोर को मंगा कर तालाब में डूबे युवक को निकालने की मांग पीड़ित परिवार के लोग कर रहे थे. मंगलवार शाम तक टीम के नहीं आने पर कई बार लोगों का गुस्सा प्रशासनिक अधिकारी को झेलना भी पड़ा.
एनडीआरएफ की टीम को मिली सफलता
मंगलवार की रात तक भी टीम नहीं पहुंची. इसके बाद आक्रोशित लोगों ने बुधवार की सुबह आठ बजे सरिया थाना के समीप बगोदर-सरिया मुख्य सड़क भी जाम कर दिया. सूचना पर एसडीपीओ, सीओ समेत कई अधिकारी पहुंचे, लेकिन लोग टीम के पहुंचने तक जाम पर अड़े रहे. लगभग 10 बजे सुबह बोकारो से झारखंड प्रोफेशनल रेस्क्यू की 12 सदस्य की टीम पहुंची. इसके बाद सड़क जाम हटाया गया. टीम लगभग तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी युवक को खोजने में सफल नहीं हुई. इसके बाद देवघर से आई एनडीआरएफ की टीम पहुंची और तालाब में डूबे युवक की खोज शुरू की. लगभग डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद 3:30 बजे युवक के शव को टीम ने निकाला. शव के निकलते ही परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे. अन्य लोगों भी गमगीन हो गये. शव को सरिया थाना लाया गया. यहां भी लोगों की भीड़ उमड़ी. पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने में काफी परेशानी हुई. बाद में शव को पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेजा गया. इस दौरान तालाब के चारों ओर हजारों लोगों की भीड़ जमा थी. कई प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे. बता दें कि पिछले वर्ष लगभग दो करोड़ की लागत से मैनेजर तालाब का सुदृढ़ीकरण नगर पंचायत से हुआ था. चारों ओर सीढ़ी बनायी गयी है. चारों बगल तार की जालियों का घेरा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है