तिसरी प्रखंड मुख्यालय से महज दो किमी की दूरी पर स्थित तिसरी पंचायत के अबरखा गांव तक जाने वाली पथ वर्षों से जर्जर हालत में है. संकरी व कच्ची पथ के कारण खासकर बरसात के दिनों में पथ पर वाहन चलना तो दूर पैदल चलने वालों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इन दिनों सड़क की स्थिति और भी खराब हो गया है. अबरखा गांव की आबादी लगभग डेढ़ सौ है. गांव के मुकेश प्रजापति, सिकेंद्र पण्डित, हरि पंडित, राजू पंडित, संजीत कुमार, विजय कुमार, गुड़िया देवी, रधिया देवी, रूबी देवी, पूजा देवी, खीरू पंडित, दिलीप कुमार, यशोदा देवी, कौशल्या देवी आदि का कहना है कि गांव तक पहुंचने के लिए मात्र 500 मीटर सड़क कच्ची और जर्जर है. पीसीसी के लिए कई बार सांसद-विधायक, स्थानीय प्रशासन व पंचायत प्रतिनिधियों से मांग की, लेकिन अभी तक कोई पहल नहीं हुई है. जबकि, प्रखंड में विभिन्न योजनाओं के तहत कई पीसीसी सड़क बनायी गयी है. प्रखंड मुख्यालय से महज दो किमी की दूरी पर स्थित इस गांव के लिए आज तक सड़क नहीं बनी है. ग्रामीणों ने विधानसभा चुनाव से पूर्व सड़क निर्माण नहीं होने पर बड़े निर्णय लेने की बात कही.
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