Giridih News: अटका क्षेत्र में नहीं थम रहा हाथियों का आतंक, 15 किसानों की फसल रौंदी

Giridih News: बगोदर इलाके में हाथियों का उत्पात लगातार जारी है. बीते पांच दिनों से बगोदर प्रखंड के पश्चिमी जोन में हाथियों का झुंड कभी होटलों को तोड़ रहा है, तो कभी धान, गन्ना, सरसो के खेतों को रौंदकर किसानों की कमर तोड़ रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | December 9, 2024 11:20 PM

बता दें कि रविवार की देर रात करीब 25 की संख्या में हाथियों का झुंड अटका पूर्वी इलाके के लक्षीबागी में खेत और खलिहानों में रखे धान को खा गया. बता दें कि विगत पांच दिनों से हाथियों का झुंड जंगल में डेरा जमाये हुए है. शाम होते ही हाथी भोजन की तलाश में निकल पड़ते हैं और किसानों के खेतों, बारी और घरों को निशाना बना रहे है.

रविवार को भी 15 किसानों के खेत खलिहान में रखे धान की फसल और आलू, मटर, बैगन, सब्जी को रौंद दिया है. इससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. इधर रविवार की रात में अटका इलाके में हाथियों के आने की सूचना पर ग्रामीणों ने इसकी जानकारी वन विभाग के सिपाहियों को दी. यहां रात में वन विभाग की टीम पहुंचकर ग्रामीणों के सहयोग से गाड़ी का सायरन बजाकर और मशाल जलाकर भगाया. हाथियों ने अटका लक्षीबागी के एक होटल को भी तोड़ दिया है. वहीं बारी में सिंचाई के लिए लगाये गये चापाकल को भी उखाड़ दिया है. साथ ही मोटर पम्प को क्षतिग्रस्त कर दिया है.

हाथियों ने नुनूलाल मेहता का आलू, गेहूं, सरसो, छोटी मेहता का धान, सरसो, संजीत मेहता का धान, रंजीत मेहता का गेहूं, सरसो, भोला मेहता, मुकेश मेहता, छोटी मेहता, शंकर मेहता, सहदेव मेहता, अरुण मेहता का तैयार धान, नुनूलाल मेहता, भोला मेहता, संजीत मेहता का गन्ना, विजय मेहता, विश्वनाथ मेहता के खेतों में धान के फसलों को नुकसान पहुंचाया है. वहीं अंशु मेहता के होटल के पीछे के हिस्से दीवार को तोड़ दिया.

बगोदर सीओ, सीआई राम, मुखिया व पंसस ने लिया नुकसान का जायजा

बता दें कि लगातार पांच दिनों से हाथियों का बगोदर वन क्षेत्र में जमे रहने से किसानों के फसल, चहारदीवारी को तोड़ते चले जा रहे हैं जिससे उन्हें लाखों रुपये का आर्थिक क्षति हो रही है. इधर रविवार को हाथियों के नुकसान का जायजा बगोदर सीओ मुरारी नायक, सीआई राम नरेश सिंह, कर्मचारी सुजीत कुमार कर्मकार, मुखिया संतोष मंडल, पंसस टेकनारायण साव, रमेश मेहता समेत अन्य ने किसानों के हुए नुकसान का भ्रमण कर बारीकी से जायजा लिया है.

वन प्रमंडल पदाधिकारी ने ग्रमीणों को सचेत रहने की दी है सलाह

इस बाबत वन प्रमंडल पदाधिकारी विकास कुमार उज्ज्वल ने बताया कि इलाके में धान के मौसम होने के कारण हाथियों की गतिविधि बढ़ी है. उन्होंने ग्रामीणों को सचेत किया है कि अभी भी हाथियों का झुंड इन्ही इलाके में रहने की संभवना है जिससे लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है. अटका इलाके से हाथियों को खदेड़ने के लिए पूर्णिया से एक्सपर्ट टीम को बुलाया जायेगा जो एक- दो दिन के भीतर टीम हाथी को जंगली इलाकों में भगाने का प्रयास करेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि हाथियों से हो रहे किसानों के नुकसान का मुआवजा भी जल्द मिल दिया जायेगा.

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