माले नेता श्रीराम यादव ने बताया कि आग लगने के कारणों का पता नहीं चला. देर रात्रि लगभग 12 एक बजे कुछ लोग शौच के लिए घर से बाहर निकले, तो आग व धुआं निकलता देखा. हो-हल्ला सुनकर ग्रामीण एकजुट हुए और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. लेकिन, तब तक लगभग 30 क्विंटल धान व पुआल जलकर राख हो गया. इसकी कीमत लगभग 50 हजार आंकी गयी है. गुरुवार की सुबह घटना की जानकारी मुखिया सहदेव यादव को मिली, तो वह गांव पहुंचकर घटना की जानकारी ली. मुखिया ने बिरनी सीओ संदीप मधेसिया से दूरभाष पर बात कर पीड़ित को आपदा राहत के तहत सहयोग करने की मांग की. सीओ ने कहा कि आवेदन मिलने पर जांच करवा अनुशंसा कर विभाग को भेजा जायेगा.
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