Giridih News: बिरनी में 32 हाथियों के झुंड ने रात भर मचाया उत्पात, दहशत में ग्रामीण

Giridih News: गिरिडीह जिले के बिरनी में 32 हाथियों के झुंड ने रात भर उत्पात मचाया. खेत-खलिहान की फसलों को बर्बाद कर दिया. इसके बाद से ग्रामीणों में दहशत है.

By Mithilesh Jha | December 16, 2024 9:14 PM

Giridih News: गिरिडीह जिले के बिरनी प्रखंड में 8 माह के बाद एक बार फिर से 32 हाथियों के झुंड ने दस्तक दी है. हाथी रविवार देर रात करीब 9 बजे हजारीबाग जिला के चौबे जंगल से निकलकर बिरनी के बेहराबाद जंगल पहुंचे. ग्रामीणों के अनुसार झुंड में 4 हाथी के बच्चे भी हैं. बताया गया कि हाथी गुड़ीटांड़ होते हुए बंगराखुर्द, पंदनाखुर्द, कररी, घोरमोर और चितनखारी पहुंचे.

खलिहान में रखी फसल खा गए हाथी

हाथियों के झुंड ने खलिहान में रखे व खेत में लगे धान को खा गये. इसके अलावा खेतों में लगी आलू की फसल को भी नष्ट कर दिया. जानकारी के अनुसार, बेहराबाद जंगल से निकलकर हाथियों का झुंड बेहरबाद गांव में प्रवेश कर गया. इसके साथ ही ग्रामीणों में रात के समय ही अफरा-तफरी मच गयी. बेहराबद से निकलकर हाथी बगल के बंगराखुर्द व पंदनाखुर्द पहुंचे.

दर्जनों किसानों को हुआ नुकसान

दर्जनों किसानों का धान खाने के बाद आलू की फसल को किया नष्ट बंगराखुर्द में परमेश्वर यादव, गोविंद यादव, बाबूलाल यादव, बंधन राय, विजय पासवान, दिलीप पासवान, कंचन देवी, हरदिया के अलीजान मियां, रब्बानी अंसारी, लियाकत अंसारी, नसीम अंसारी, मुख्तार अंसारी, सिकेंद्र अंसारी, साजदा खातून, रेबुना खातून, मुस्तकीम अंसारी, इमामुल अंसारी, सकीना खातून, हसीना खातून, घोरमोरा के लिलो साव, कलेश्वरी देवी, बहादुर साव, झरी साव, मेघलाल साव, हिरामन साव का धान काटकर खलिहान में झाड़ने के लिए रखा था. हाथियों के झुंड ने सारा धान खा लिया.

बंगराखुर्द से चितनखारी गांव पहुंचा हाथियों का झुंड

इसके अलावा खलिहान के बगल में विनोद यादव, परमेश्वर यादव और गोविंद यादव के करीब दस कट्ठा खेत में लगी आलू की फसल को नष्ट कर दिया. बंगराखुर्द से हाथियों का झुंड चितनखारी गांव पहुंच गया. यहां महेंद्र यादव की खेत के बाहर धान काटकर रखा था. 30 कट्ठा में उसने धान की खेती की थी. पूरा धान हाथी खा गए.

खलिहान में रखी धान की फसल को हाथियों के झुंड ने रौंदा. फोटो : प्रभात खबर

सुबह सरिया के जंगल में चले गए हाथी

विकास यादव ने 20 कट्ठा में धान की खेती की थी, रामचंद्र यादव 10 कट्ठा में धान की खेती की थी, सहदेव यादव ने 2 कट्ठा में आलू की खेती की थी, रामकृष्ण यादव ने 15 कट्ठा में धान की खेती की थी. इसी तरह बाबूलाल यादव, जनार्दन यादव, टुपलाल यादव, अजीत यादव, जयदेव प्रसाद यादव ने भी धान काटकर खलिहान में रखे थे. हाथियों का झुंड धान खा गया. इसके बाद फसल को पैरों से रौंदते हुए चला गया. सोमवार सुबह हाथियों का झुंड सरिया के जंगल में प्रवेश कर गया.

वनकर्मी बोले- किसानों को दिलाया जाएगा मुआवजा

जांच के बाद किसानों को मिलेगा मुआवजा वनकर्मी सागर कुमार, अबोध महथा ने कहा कि इन गांवों में हाथियों के झुंड ने खेत में लगी धान की फसल और खलिहान में रखी फसल खा ली है. आलू भी खाए हैं. फसलों को काफी नुकसान हुआ है. इसकी जांच की जा रही है. पीड़ित किसानों को वन विभाग की ओर से मुआवजा दिलाया जायेगा.

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