जेई को धनवार-झारखंडधाम रोड पर अंबाटांड़ से गिरफ्तार किया गया. पहले उन्हें धनवार थाना लाया गया. यहां से टीम दोनों को अपने साथ लेकर धनबाद चली गयी. दुर्गेशनंद डीवीसी बिजली विभाग राजधनवार में कार्यरत है. वहीं उमेश बिजली विभाग के राजधनवार ऑफिस में कर्मी है. संतोष साव के अनुसार, व्यवसाय के लिए उन्होंने बिजली के नये कनेक्शन (ट्रांसफॉर्मर सहित) का आवेदन विद्युत कार्यालय राजधनवार में किया था. वह जेई दुर्गेशनंद सहाय से मिले और 88200 रुपये जमा किये. कुछ दिनों बाद एक ट्रांसफाॅर्मर लगाया गया, पर कनेक्शन नहीं दिया गया. कार्यालय जाने पर जेई से भेंट नहीं हुई. उन्होंने फोन पर संपर्क करने पर अपने स्टाफ को 10 हजार रुपये देने और मोबाइल पर बात कराने को कहा. संतोष ने इसकी शिकायत एसीबी से कर दी. एसीबी ने मामले की पुष्टि के बाद बुधवार अपराह्न लगभग तीन बजे साईं कंप्यूटर एजेंसी के माध्यम से 8000 रुपये घूस लेते उमेश कुमार यादव को गिरफ्तार किया. साथ ही, जेई को भी गिरफ्तार कर लिया गया. यादव धनवार थाना क्षेत्र के दरियाडीह खरियो का रहनेवाला है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है