टोल कर्मियों द्वारा पत्रकारों पर किये गये जानलेवा हमला के मामले में गिरिडीह प्रेस क्लब ने बैठक कर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. बैठक की अध्यक्षता क्लब के अध्यक्ष राकेश सिन्हा ने की. इस दौरान कई पत्रकारों ने पत्रकार पर लगातार हो रहे हमले पर चिंता व्यक्त की गयी. पत्रकारों का कहना था कि यदि उनके साथ मारपीट करने वाले लोगों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई नहीं होती है तो गुंडा तत्वों का मनोबल बढ़ता जायेगा. बैठक में फरार आरोपियों को पुलिस द्वारा अविलंब गिरफ्तार करने व अनुसंधान तेज करते हुए दोषियों को दंडित कराने की दिशा में पहल करने की मांग पर जोर दिया गया. इसके अलावे झारखंड हाइकोर्ट के द्वारा प्रवेश शुल्क की वसूली पर लगायी गयी रोक के बावजूद अवैध वसूली जारी रखने के मामले में गिरिडीह नगर निगम से भी संबंधित संवेदक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने की बात कही गयी. गिरिडीह परिसदन में हुई बैठक में क्लब के महासचिव अरविंद कुमार, उपाध्यक्ष प्रवीण कुमार राय, कोषाध्यक्ष लक्ष्मी अग्रवाल, रमेश प्रभाकर, आलोक रंजन, सूरज सिन्हा, अभिषेक सहाय, अमरनाथ सिन्हा, श्रीकांत, सुनील मंथन शर्मा, मीरा कुमारी, संजर इमाम, मिथिलेश सिंह, शाहिद रजा, शाहिद इमाम, प्रकाश श्रीवास्तव, मो चांद, रिंकेश कुमार, जगजीत सिंह बग्गा, चंदन सिन्हा, अजय सिंह, विनोद शर्मा, नफीश अजहर, आरिफ अंसारी, मृणाल, श्रवण, रामकृष्ण समेत कई पत्रकार उपस्थित थे.
उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन, कोर्ट की अवमानना पर कार्रवाई की मांग
गिरिडीह प्रेस क्लब के पदाधिकारी व सदस्य गिरिडीह के उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा से मुलाकात की और शुक्रवार को पत्रकारों के साथ हुई घटना से अवगत कराया. बताया कि किस तरह नगर निगम के देखरेख में हाइकोर्ट के आदेश के बाद भी टोल में वसूली चल रही थी. नगर निगम के द्वारा संबंधित संवेदक पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं किये जाने के बाबत भी जानकारी देते हुए मामले को संज्ञान में लेने की मांग की गयी. पत्रकारों ने मांग की कि हाईकोर्ट के आदेश का अनुपालन नहीं करने के मामले में संबंधित लोगों के विरुद्ध कोर्ट की अवमानना की कार्रवाई हो. पूरे मामले को सुनने के बाद उपायुक्त श्री लकड़ा ने पत्रकारों को भरोसा दिलाया है कि पत्रकारों पर हमला ना हो, यह सुनिश्चित किया जायेगा और दोषी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई भी होगी.
नगर प्रशासक ने भी कार्रवाई का दिया भरोसा
इधर, नगर निगम के प्रशासक सह उप नगर आयुक्त प्रशांत कुमार लायक से प्रेस क्लब के पदाधिकारियों ने बातचीत कर दोषियों के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की मांग की है. पत्रकारों ने नगर प्रशासक से सवाल किया कि 18 दिसंबर को झारखंड हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद भी 19 व 20 दिसंबर को टोल पर वाहनों से प्रवेश शुल्क की वसूली की जा रही थी. अवैध वसूली के मामले में नगर प्रशासक द्वारा संबंधित संवेदक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की गयी. श्री लायक ने पत्रकारों को भरोसा दिलाया है कि वे मामले को व्यक्तिगत रूप से भी देख रहे हैं. तीन-तीन अधिकारियों को तुरंत जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है. कहा कि मामले में जो लोग भी दोषी हैं, उनके विरुद्ध नगर निगम कार्रवाई करेगा.
पत्रकार पर हुए हमले की कई संगठनों ने की आलोचना
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी शनिवार को घायल पत्रकार अमरनाथ सिन्हा, श्रीकांत व कैमरामैन राहुल यादव से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि हाइकोर्ट के स्टे आदेश के बावजूद वसूली यह स्पष्ट करता है कि ऐसे तत्वों को कहीं न कहीं से संरक्षण प्राप्त है. कहा कि पत्रकार अपने दायित्व का निर्वहन कर रहे थे और ऐसे में उनपर हमला किसी एक-दो पत्रकार पर हमला नहीं, बल्कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है. इस मामले को सरकार को गंभीरता से लेना चाहिए और दोषियों को सजा दिलाने के साथ-साथ वैसे लोगों को भी चिह्नित कर कार्रवाई करनी चाहिए, जो पीछे से समर्थन दे रहे हैं. भाकपा माले के पूर्व विधायक राजकुमार यादव ने भी घटना की निंदा की और सरकार व प्रशासन से त्वरित कार्रवाई करने की मांग की है. कांग्रेस के प्रदेश सचिव अजय कुमार सिन्हा ने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला दुर्भाग्यपूर्ण है. इस मामले में टोल कर्मियों के साथ-साथ संवेदक के विरुद्ध भी कार्रवाई होना चाहिए. भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य दिनेश यादव, राष्ट्रीय लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार राज, भाकपा माले के राजेश सिन्हा, भाजपा के श्याम प्रसाद ने भी पत्रकार पर हमला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
प्रेस प्रोटेक्शन बिल लागू हो : जयराम
जेएलकेएम के विधायक जयराम महतो ने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ हैं. इस स्तंभ को मजबूत रखने के लिए यह जरूरी है कि प्रेस प्रोटेक्शन बिल लागू की जाये. कहा कि पत्रकार समाज के लिए काम करते हैं और उन्हें समाज के लिए वैसे तत्वों से उलझना पड़ता है, जो समाज व राष्ट्र के लिए घातक हैं. जान जोखिम में डालकर पत्रकार खबरें निकालते हैं और असामाजिक तत्व अपने खिलाफ मामले को उजागर होने देना नहीं चाहते. ऐसे में असामाजिक तत्व अपराध का सहारा लेते हैं. श्री महतो ने कहा कि अगले विधानसभा सत्र में वह प्रेस प्रोटेक्शन बिल लागू करने की मांग को लेकर मामला उठायेंगे.मारपीट मामले में चार भेजे गये जेल
जेल जाने के पूर्व सदर अस्पताल में आरोपी की स्वास्थ्य जांच करते स्वास्थ्य कर्मीइधर, मुफस्सिल थाना में पत्रकार अमरनाथ सिन्हा की शिकायत पर मारपीट व रंगदारी का मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में चार नामजद के अलावे 8-10 अज्ञात लोगों को आरोपित किया गया है. प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी मोहित यादव, पिंटू चौधरी, देव चौधरी व सुशील कुमार चौधरी को पुलिस ने जेल भेज दिया है. मुफस्सिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो ने कहा है कि इस मामले के सभी दोषियों को गिरफ्तार किया जायेगा. पुलिस त्वरित अनुसंधान करेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है