Giridih News: बनियाडीह-कबरीबाद मुख्य मार्ग के बगल भू-धंसान

Giridih News: मुख्य सड़क के किनारे बड़ा सा गोफ बन गया है वहीं कुछ दूरी तक जमीन में दरारें उत्पन्न हो गई है. बताया जाता है कि जिस जगह जमीन धंसी है उससे कुछ दूरी पर वर्षों से कोयला का अवैध खनन होता रहा है. कोयला माफियाओं द्वारा अंधाधुंध तरीके से कोयले की कटाई कर इसकी तस्करी की जाती रही है. कोयला तस्करों द्वारा मुख्य सड़क के किनारे अवैध खंता बनाकर कोयला निकासी का काम किया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 16, 2024 12:00 PM

सीसीएल गिरिडीह कोलियरी अंतर्गत बनियाडीह-कबरीबाद मुख्य सड़क के किनारे कोयला के अवैध खनन के कारण भू-धंसान की घटना घटित हुई. तेज बारिश के कारण जमीन धंसने के साथ बड़ा सा गोफ बन गया है. इस घटना से आसपास रहने वाले लोगों में दहशत है. जानकारी के मुताबिक रविवार की सुबह तेज आवाज के साथ भू-धंसान की घटना हुई. मुख्य सड़क के किनारे बड़ा सा गोफ बन गया है वहीं कुछ दूरी तक जमीन में दरारें उत्पन्न हो गई है. बताया जाता है कि जिस जगह जमीन धंसी है उससे कुछ दूरी पर वर्षों से कोयला का अवैध खनन होता रहा है. कोयला माफियाओं द्वारा अंधाधुंध तरीके से कोयले की कटाई कर इसकी तस्करी की जाती रही है. कोयला तस्करों द्वारा मुख्य सड़क के किनारे अवैध खंता बनाकर कोयला निकासी का काम किया गया है. सीसीएल द्वारा अवैध खंतों को बंद कराने के लिए डोजरिंग अभियान चलाने के चंद दिनों बाद पुनः कोयला तस्करी का धंधा शुरू हो जाता था. इस वजह से जमीन खोखला हो गया और तेज बारिश से भू-धंसान की घटना हुई. लोगों का कहना है कि हालिया दिनों में नये सड़क का निर्माण हुआ है. सीसीएल डीएवी मोड़ से लेकर बरवाडीह फाटक तक पीडब्ल्यूडी के माध्यम से सड़क का निर्माण हुआ है. अभी इस सड़क का उदघाटन भी नहीं हुआ है. लेकिन बारिश में अवैध खंतों के संचालन की वजह से सड़क के किनारे भू-धंसान हो गई. इससे पूर्व भी कबरीबाद माइंस मोड़ के पास सड़क के बीच में बारिश के दौरान ही दरार उत्पन्न हो गई थी. इस घटना के बाद ग्रामीणों और राहगिरों में दहशत का माहौल देखा जा रहा है. चूंकि कबरीबाद माइंस में डयूटी जाने वाले कर्मचारी और कोयला लोड करने के लिए ट्रकों का आवागमन इसी रास्ते से होता है. वहीं सीसीएल अधिकारी भी इसी मार्ग से आवागमन करते हैं. इधर, भू-धंसान की सूचना पर सीसीएल प्रबंधन ने उक्त स्थल का जायजा लिया है और गोफ को भरने का निर्देश दिया गया है. इस संबंध में परियोजना पदाधिकारी एसके सिंह ने बताया कि गोफ को जेसीबी के माध्यम से भर दिया गया है. उन्होंने बताया कि पूर्व में अवैध खनन की वजह से बारिश में इस तरह की घटना हुई है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version