Giridih News: उत्साह के साथ माघी काली पूजा शुरू
Giridih News: डुमरी में सोमवार की देर रात पूजा अर्चना के साथ माघी काली पूजा शुरू हो गयी. दो दिनों तक चलने वाले इस उत्सव के पहले दिन मंगलवार की सुबह से ही काली मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी रही.
इस दौरान डुमरी सहित आसपास के कई प्रखंड से आये श्रद्धालुओं ने 129 बकरों की बलि माता के चरणों में अर्पित की. मंदिर के समीप मेला लगा हुआ है. काली पूजा समिति की ओर से मंदिर व आसपास के क्षेत्रों में आकर्षक प्रकाश सज्जा की गयी है. रविवार की शाम से ही लाउडस्पीकर से भक्ति गीतों का प्रसारण हो रहा है. इससे आसपास का माहौल भक्तिमय हो गया है.
74 वर्षों से हो रही है मां काली की पूजा
डुमरी में करीब 74 वर्षों से माघ माह की चतुर्दशी की रात्रि को मां काली की पूजा की परंपरा चली आ रही है. डुमरी के तत्कालीन जमींदार परमेश्वर भगत ने पुत्र प्राप्ति की कामना को लेकर डुमरी में काली पूजा की शुरूआत की थी. प्रारंभ में जमींदार परिवार की ओर से हर साल पूजा की जाती थी. बाद में पूजा की जिम्मेवारी स्थानीय लोगों को सौंप दी गई. शुरू में काली मंदिर की छत टीन की थी.वर्ष 1980 में स्थानीय निवासी महेश प्रसाद भगत ने अपने निजी खर्च से मंदिर का जीर्णोद्धार किया और मंदिर को बनाया. काली पूजा के दौरान मंदिर में उमड़ने वाली भारी भीड़ व श्रद्धालुओं को होने वाली असुविधा को देखकर स्थानीय निवासी राम कुमार जायसवाल के नेतृत्व में युवाओं ने 2011 में मंदिर के भव्य भवन का निर्माण कराया. श्रद्धालु डुमरी के इस मंदिर को वंश वृद्धि करने वाले देवी मंदिर के रूप में मानते हैं. बताया जाता है कि लोग इस मंदिर में आकर माता से मन्नतें मांगते हैं.
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