धनवार थाना क्षेत्र के गिरिबरवाडीह निवासी लक्ष्मण राय की पुत्रवधू आशा देवी की मौत इलाज के दौरान शुक्रवार रात हो गयी. मौत के बाद उसके मायके वालों ने ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न करते हुए जान से मारने का आरोप लगाया है. शनिवार को धनवार थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाया है. बिरनी प्रखंड के डबरी ग्राम निवासी नोखलाल राय ने आवेदन में कहा है कि उन्होंने अपनी बड़ी बेटी आशा देवी की शादी गिरिबरवाडीह निवासी लक्ष्मण राय के पुत्र पप्पू राय से वर्ष 2014 में की थी. शादी के बाद से ही पप्पू राय व उसके परिवार के सदस्य दहेज में बाइक व अन्य सामग्री की मांग कर रहे थे. इसके लिए ससुरालवाले उनकी बेटी से मारपीट भी करते थे. इसको लेकर कई बार पंचायत भी हुई थी. सात अक्तूबर को ससुरालवालों ने आशा के साथ मारपीट की थी. इसकी मौखिक सूचना धनवार थाना को दी थी. पुलिस गिरिबरवाडीह जाकर आशा के ससुरालवालों को समझाया भी था. उन्हें समझाने के बाद जब पुलिस लौटी, तो ससुरालवालों ने आशा के साथ बुरी तरह मारपीट की. घायल बेटी को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल ले गये, वहां से रेफर किये जाने के बाद कई अस्पताल में इलाज कराया गया. लेकिन एक नवंबर की रात उसकी मौत हो गई. मृतका के पिता ने अपनी बेटी के हत्यारों को गिरफ्तार करते हुए न्याय दिलाने की मांग की है.
पुलिस ने मृतका के पति को भेजा जेल
इस संबंध में धनवार थाना प्रभारी ने कहा कि आवेदन के आधार पर मामला दर्ज करते हुए उसके पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. आगे की कार्रवाई जारी है. मृतका अपने पीछे छह साल व चार साल की पुत्री पीछे छोड़ गयी है. दोनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
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