Giridih News: कड़ी सुरक्षा के बीच विवादित भूमि की हुई मापी

Giridih News: पीरटांड़ प्रखंड के मधुबन में इन दिनों जमीन विवाद गहराता जा रहा है. मधुबन में बुधवार को विवादित भूमि पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भू-मापी कर सीमांकन करवाया गया. हालांकि भू-मापी व सीमांकन के दौरान द्वितीय पक्ष ने जमकर विरोध किया, पर भारी पुलिस बल की तैनाती के कारण द्वितीय पक्ष की महिलाओं की आवाज दब गयी. हालांकि विवादित जमीन सीएनटी खाते की बतायी जाती है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 4, 2024 11:04 PM

बताया जाता है कि मधुबन के बिरनगड्डा मौजा अंतर्गत खाता सं नौ प्लॉट सं 321 व 322 में कुल रकबा 1.61 डिसमिल जमीन को लेकर दो पक्षों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है. मापी के लिए सीमांकन को लेकर प्रथम पक्ष ने अनुमंडल न्यायालय में मुकदमा दर्ज कर न्याय की गुहार लगाई थी. प्रथम पक्ष के निबंधित दस्तावेज के आधार पर किशुन साव को 1.25 डिसमिल प्राप्त है तथा टाइटल सूट के आधार पर किशुन साव को पुनः 36 डिसमिल प्राप्त है. किशुन साव के पुत्र व पुत्रवधु के द्वारा केवाला के माध्यम से वर्ष 2022 में राजेश गुप्ता वगैरह को प्राप्त है. द्वितीय पक्ष का लंबे समय से भू भाग पर दावा दखल काबिज रहा है. उक्त भूमि द्वितीय पक्ष जमुनी देवी को खातियानी रैयत के वंशज चमन कहार व मेघु कहार से केवाला के माध्यम से 1979 में हासिल है. इसका दाखिल खारिज व ऑफलाइन लगान रसीद भी निर्गत है. जमुनी देवी का ऑनलाइन रजिस्टर टू भी संधारित है. द्वितीय पक्ष की जमुनी देवी का दावा है कि न्यायालय के आदेश पर भू वापसी निर्णय पर जमाबंदी कायम हुई है. यह रजिस्टर टू में भी दर्ज है. हालांकि द्वितीय पक्ष के पास भू वापसी से जुड़ा न्यायालय के आदेश से संबंधित कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं है. सीएनटी एक्ट अंतर्गत जमीन की खरीद-बिक्री इत्यादि पर लंबे समय से रोक है. इधर, अनुमंडल न्यायालय के आदेश पर बुधवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अंचलाधिकारी की उपस्थिति में प्रथम पक्ष राजेश गुप्ता वगैरह के पक्ष में मापी कराकर सीमांकन किया गया. द्वितीय पक्ष की महिलाओं द्वारा लगातार विरोध पुलिस बल के आगे दब गयी. मापी व सीमांकन के लिए महिला व पुरुष पुलिस बल की तैनाती की गई थी. इस बाबत द्वितीय पक्ष के नन्हकी देवी लक्ष्मी देवी ने कहा कि पैसा के बल पर जमीन छीनी जा रही है. कहा कि जमीन पर लंबे समय से उनलोगों का दखल कब्जा रहा है. इस बाबत सीओ गिरिजानंद किस्कू ने कहा कि लंबे समय से जमीन विवाद चल रहा था. अनुमंडल न्यायालय के आदेश पर मापी व सीमांकन किया गया है. इधर, द्वितीय पक्ष की महिलाओं ने डुमरी विधायक जयराम महतो को आवेदन देकर मामले से अवगत कराया है.

दूसरे पक्ष ने लगाया पक्षपात का आरोप

बताया जाता है कि मधुबन के बिरनगड्डा मौजा अंतर्गत खाता सं नौ प्लॉट सं 321 व 322 में कुल रकबा 1.61 डिसमिल जमीन को लेकर दो पक्षों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है. मापी के लिए सीमांकन को लेकर प्रथम पक्ष ने अनुमंडल न्यायालय में मुकदमा दर्ज कर न्याय की गुहार लगाई थी. प्रथम पक्ष के निबंधित दस्तावेज के आधार पर किशुन साव को 1.25 डिसमिल प्राप्त है तथा टाइटल सूट के आधार पर किशुन साव को पुनः 36 डिसमिल प्राप्त है. किशुन साव के पुत्र व पुत्रवधु के द्वारा केवाला के माध्यम से वर्ष 2022 में राजेश गुप्ता वगैरह को प्राप्त है. द्वितीय पक्ष का लंबे समय से भू भाग पर दावा दखल काबिज रहा है. उक्त भूमि द्वितीय पक्ष जमुनी देवी को खातियानी रैयत के वंशज चमन कहार व मेघु कहार से केवाला के माध्यम से 1979 में हासिल है. इसका दाखिल खारिज व ऑफलाइन लगान रसीद भी निर्गत है. जमुनी देवी का ऑनलाइन रजिस्टर टू भी संधारित है. द्वितीय पक्ष की जमुनी देवी का दावा है कि न्यायालय के आदेश पर भू वापसी निर्णय पर जमाबंदी कायम हुई है. यह रजिस्टर टू में भी दर्ज है. हालांकि द्वितीय पक्ष के पास भू वापसी से जुड़ा न्यायालय के आदेश से संबंधित कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं है. सीएनटी एक्ट अंतर्गत जमीन की खरीद-बिक्री इत्यादि पर लंबे समय से रोक है. इधर, अनुमंडल न्यायालय के आदेश पर बुधवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अंचलाधिकारी की उपस्थिति में प्रथम पक्ष राजेश गुप्ता वगैरह के पक्ष में मापी कराकर सीमांकन किया गया. द्वितीय पक्ष की महिलाओं द्वारा लगातार विरोध पुलिस बल के आगे दब गयी. मापी व सीमांकन के लिए महिला व पुरुष पुलिस बल की तैनाती की गई थी. इस बाबत द्वितीय पक्ष के नन्हकी देवी लक्ष्मी देवी ने कहा कि पैसा के बल पर जमीन छीनी जा रही है. कहा कि जमीन पर लंबे समय से उनलोगों का दखल कब्जा रहा है. इस बाबत सीओ गिरिजानंद किस्कू ने कहा कि लंबे समय से जमीन विवाद चल रहा था. अनुमंडल न्यायालय के आदेश पर मापी व सीमांकन किया गया है. इधर, द्वितीय पक्ष की महिलाओं ने डुमरी विधायक जयराम महतो को आवेदन देकर मामले से अवगत कराया है.

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