पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह ने कामेश्वर से शनिवार को मिले और हालचाल लिया. कामेश्वर को दुबई पुलिस, भारतीय दूतावास और झारखंड प्रवासी निदेशालय की मदद से काफी मशक्कत के बाद खोजने में सफलता मिला. उसकी वतन वापसी मुश्किलों से भरी रही. 22 जनवरी को भारतीय दूतावास की मदद से दुबई से दिल्ली एयरपोर्ट उसे अकेले भेजने की तैयारी की गयी. वहां अन्य साथियों के सहयोग से उसे भेजने में सहयोग किया गया. उसे देवघर एयरपोर्ट पर माता-पिता और चचेरे भाई ने रिसीव किया. गांव के हेमलाल महतो ने बताया कि कहा कि उसकी वापसी में वहां रह रहे मजदूरों का सहयोग रहा. माले नेता पवन महतो व हेमलाल महतो का भी सहयोग रहा.
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