पुलिस पिकेट हटाने के विरोध में गिरिडीह में सड़क जाम, ग्रामीणों ने जतायी नक्सल गतिविधियां बढ़ने की आशंका
गिरिडीह जिले के भेलवाघाटी थाना क्षेत्र में ग्रामीणों पुलिस पिकेट हटाने के विरोध में ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दी. ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस पिकेट हटने से नक्सलियों की गतिविधियां बढ़ जाएंगी.
Giridih News, गिरिडीह, राकेश सिन्हा : गिरिडीह जिले के देवरी प्रखंड में पुलिस पिकेट को बंद करने के फैसले के विरोध में ग्रामीणों ने रविवार सुबह डहुआटांड़ – चौकी सड़क को जाम कर दी. मामला भेलवाघाटी थाना क्षेत्र का है. जानकारी के मुताबिक रविवार को चौकी पिकेट को बंद करके जवान रवाना होने वाले थे, इसकी जानकारी होते ही ग्रामीण पिकेट के पास पहुंचकर जवानों व पदाधिकारियों से नहीं जाने का आग्रह किया. इसके बाद सड़क को जाम कर दी.
सत्रह साल पहले लगाया गया था पुलिस पिकेट
ग्रामीणों का कहना था कि नक्सल गतिविधि पर अंकुश लगाने के लिए सत्रह वर्ष पूर्व गिरिडीह के भेलवाघाटी थाना क्षेत्र में पुलिस पिकेट बनाकर जैप जवानों को तैनात किया गया था. पुलिस पिकेट बनने के बाद इस क्षेत्र में नक्सल गतिविधि पर अंकुश लगने के साथ-साथ लोगों को सुरक्षित माहौल मिला. लेकिन पुलिस पिकेट हटाने के निर्णय से असुरक्षा का माहौल उतपन्न हो जाएगा. चौकी से कुछ दूरी पर ही बिहार का जंगली इलाका शुरू हो जाता है, जहां अब भी नक्सलियों का विचरण होता है. पिकेट हटने के बाद नक्सली पुनः इस क्षेत्र में अपनी गतिविधियां बढ़ा सकते हैं. इसे देखते हुए चौकी पुलिस पिकेट को बंद करने के निर्णय पर पुनर्विचार करते हुए पिकेट को यथावत रखा जाए.
थाना प्रभारी ने किया ग्रामीणों को समझाने का प्रयास
इधर, ग्रामीणों के सड़क पर उतर जाने की सूचना पर भेलवाघाटी के थाना प्रभारी ब्रजेश कुमार मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने में जुटे हुए हैं. जिला परिषद सदस्य उसमान अंसारी, मुखिया विनोद हेंब्रम ने ग्रामीणों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पिकेट को यथावत रखने की मांग की है. मौके पर विजय सिंह, इंदर सिंह, गोवर्धन राणा, उदय सिंह, मदन लाल तुरी, ललन राणा, ललन देव कुमार राय, दारा सिंह, रवींद्र राय, विशुन हेंब्रम, राजकिशोर मंडल, कल्लू मंडल, परशुराम सिंह, राजू बेसरा, किशोर राय, गोपाल सिंह, लालमणि सिंह भगवान सिंह, फाल्गुनी सिंह, मनीता देवी, सुनीला देवी, रीना देवी, चंद्रिका देवी, मुनवा देवी, सुनीता देवी, मुन्नी देवी, शांति देवी, उगनी देवी, देवंती देवी, सारो देवी, राजू प्रसाद गुप्ता, जितेंद्र राणा, सुनील कुमार राय, रामपुकार सिंह, जगदीश तुरी, गणेश सिंह, चंद्रिका तुरी, चंद्रदेव यादव समेत सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद हैं.