सहिया ने कहा है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉ कुलदीप तिर्की व देवरी हॉस्पिटल से आये चिकित्सक कुशकांत द्वारा बंध्याकरण शिविर का आयोजन किया गया था. सभी सहिया को प्रभारी ने निर्देशित किया गया था कि महिलाओं को बंध्याकरण कराने के लिए उत्प्रेरित कर हॉस्पिटल लाना है. इसी कड़ी में सभी सहिया अपने-अपने पोषक क्षेत्र से बंध्याकरण कराने के लिए महिलाओं को लेकर सुबह 9 बजे वहां पहुंची थी. वहां उनका रजिस्ट्रेशन कर कागज बीपीएम के पास जमा कर दिया. बीपीएम ने कहा कि 25 महिलाओं का ही बंध्याकरण किया जायेगा. जब देर शाम तक हमलोगों द्वारा दिया गया फॉर्म बीपीएम ने ऑपरेशन कक्ष में नहीं भेजा. तब सहिया पूछने गईं तो बीपीएम उनपर भड़क गये और कहने लगे कि अब किसी महिला का ऑपरेशन नहीं होगा. 25 महिलाओं का ऑपरेशन हो चुका है. जब डॉक्टर कुलदीप तिर्की के पास पहुंचे तो देखा कि 32 महिलाओं का ऑपरेशन से संबंधित दस्तावेज अपडेट किया जा रहा था. सहियाओं ने कहा कि हमलोगों द्वारा गांव टोले से लायी गयी गरीब महिलाएं दिनभर भूखे रखने के बाद ऑपरेशन नहीं होने से हमलोगों को बुरा भला कहने लगी. जब हमलोगों ने बीपीएम की शिकायत सिविल सर्जन से करने की बात कही तो हमें प्रताड़ित किया जा रहा है. क्या कहते हैं प्रभारी जमुआ के चिकित्सा प्रभारी डॉ कुलदीप तिर्की ने कहा कि शिविर में 25 से 30 महिलाओं का बंध्याकरण करने का लक्ष्य है. बीपीएम ने उक्त सहियाओं से आवेदन लेकर ऑपरेशन कक्ष में जमा क्यों नहीं किया इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. पता करने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
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