सीए की परीक्षा में गिरिडीह के साकेत व ऋतुराज ने लहराया परचम
गिरिडीह शहर के बरगंडा निवासी कुमार साकेत और जमुआ प्रखंड के मिर्जागंज जगन्नाथडीह गांव के ऋतुराज ने सीए की परीक्षा में सफलता हासिल की है. दोनों ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिजन व गुरुजन को दिया है.
गिरिडीह के जमुआ प्रखंड के मिर्जागंज जगन्नाथडीह गांव के ऋतुराज ने सीए की परीक्षा में सफलता हासिल की है. पहले ही प्रयास में ऋतुराज 600 में 350 अंक प्राप्त कर चार्टर्ड अकाउंटेंट बन गए है. ऋतुराज सीए की तैयारी दिल्ली में रहकर कर रहे थे. वे जगन्नाथडीह निवासी अर्जुन साव है व उषा देवी के पुत्र है. अर्जुन साव गांव में ही रेस्तरां चलाते हैं. ऋतुराज 5 बहनों के इकलौत भाई है. ऋतुराज ने बताया कि उनकी स्कूली शिक्षा सेंट अरबिंदो कांवेंट मिर्जागंज से हुई. इंटरमीडिएट सेंट जेवियर्स कॉलेज रांची से की है. बताया कि नवंबर 2019 में सीए फाउंडेशन परीक्षा पूरी की थी. इसमें अखिल भारतीय आधार पर 28वां स्थान मिला था. ऋतुराज ने बताया कि सीए बनने की यात्रा जितनी व्यक्तिगत विजय है, उतनी ही पेशेवर मील का पत्थर भी है. यह वर्षों की कठोर तैयारी, अटूट समर्पण और लेखांकन के क्षेत्र में अखंडता और विशेषज्ञता के उच्चतम मानकों को बनाए रखने की प्रतिबद्धता की पराकाष्ठा को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि मैं अपने माता-पिता, अपने शिक्षक और अपने सभी प्रशिक्षकों के प्रति अपना हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहता हूं जिन्होंने मेरा मार्गदर्शन किया और मेरे साथ खड़े रहे. कहा कि मेरे प्रेरणा का स्रोत हमेशा मेरे पिता हैं जो शारीरिक रूप से अक्षम हैं, लेकिन उन्होंने हमेशा अपने सीमित संसाधनों से मेरी मदद की.
गिरिडीह के साकेत ने सीए बनकर बढ़ाया मान
गिरिडीह के शहर के बरगंडा निवासी कुमार साकेत ने सीए की परीक्षा में सफलता प्राप्त की है. सीए की परीक्षा में परचम लहराकर साकेत ने अपने परिवार का मान बढ़ाया है. साकेत डीसी ऑफिस के रिटायर कर्मी सुरेंद्र प्रसाद सिंह के पुत्र है. माता पूनम सिंह गृहिणी है. मूल रुप से भदवाकला नायकडीह के रहनेवाले है. साकेत ने सीए फाइनल परीक्षा में 300 में 166 अंक प्राप्त किया है. साकेत ने बताया कि सीए इंटरमिडिएट की तैयारी पटना में रहकर और सीए फाइनल की पढ़ाई दिल्ली में रहकर पूरी की. बताया कि वे चार भाई बहन है जिसमें वे इकलौते भाई है. कहा कि पूरी इमानदारी से मेहनत करने व समर्पण के साथ तैयारी करने पर सीए की परीक्षा में सफलता प्राप्त हुई है. बताया कि उन्हें माता-पिता व बहनों का पूरा सहयोग मिला.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है