लंकास्टर अस्पताल के परिसर में बना गोफ, लोगों में दहशत

जिस जगह गोफ बना है वहां से महज 30 फीट की दूरी पर आवास है और 15 फीट की दूरी पर अस्पताल भवन है. ऐसे में भू-धंसान की घटना से डॉक्टर सहित अस्पताल कर्मी दहशत में हैं. जानकारी के मुताबिक इसी जगह से होकर कर्मी अपने आवास जाते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | August 16, 2024 11:23 PM
an image

सीसीएल गिरिडीह कोलियरी अवस्थित लंकास्टर अस्पताल के परिसर में बुधवार की देर रात को भू-धंसान की घटना हुई. इस घटना में लगभग पांच फीट नीचे जमीन धंस गई है. इस वजह से एक गोफ बन गया है. अहम बात यह है कि जिस जगह गोफ बना है वहां से महज 30 फीट की दूरी पर आवास है और 15 फीट की दूरी पर अस्पताल भवन है. ऐसे में भू-धंसान की घटना से डॉक्टर सहित अस्पताल कर्मी दहशत में हैं. जानकारी के मुताबिक इसी जगह से होकर कर्मी अपने आवास जाते हैं. इधर गोफ बनने की घटना की जानकारी लंकास्टर अस्पताल के डॉक्टर परिमल सिन्हा ने महाप्रबंधक बासब चौधरी व परियोजना पदाधिकारी एसके सिंह को दी. सूचना मिलते ही परियोजना पदाधिकारी श्री सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और वस्तुस्थिति का जायजा लिया. उन्होंने गोफ को भरने का निर्देश दिया. हालांकि इस घटना के बाद अस्पताल परिसर में निवास करने वाले लोग रतजग्गा कर रहे हैं.

कोयला के अवैध खनन के कारण निरंतर हो रही है भू-धंसान की घटनाएं

बता दें कि कोयला के अवैध खनन के कारण निरंतर भू-धंसान की घटनाएं घटित हो रही हैं. पूर्व में भी अस्पताल परिसर में भू-धंसान की घटना हो चुकी है. इसमें एक नर्स का आवास पूरी तरह से ध्वस्त हो गया था. भू-धंसान के कारण अस्पताल परिसर के बगल में अवस्थित विशाल पानी टंकी भी भरभराकर गिर गई थी. इस वजह से कई माह तक सीसीएल बनियाडीह व आसपास के गांवों में पानी आपूर्ति बाधित रही थी. हालांकि प्रबंधन ने जोकटियाबाद चानक से पाइप लाइन के जरिये जलापूर्ति की व्यवस्था करायी. बताया जाता है कि भू-धंसान के कारण अस्पताल भवन के दिवारों में भी पिछले दिनों दरारें आ गयी हैं.

महुआपथारी व अस्पताल के पीछे संचालित होता रहा है अवैध खंता

स्थानीय लोगों के मुताबिक महुआपथारी और लंकास्टर अस्पताल के पीछे काफी वर्षों से कोयला का अवैध खनन होता रहा है. सीसीएल प्रबंधन और पुलिस प्रशासन के संयुक्त नेतृत्व में अवैध खंतों को बंद करने के लिए डोजरिंग अभियान चलता रहा है. साथ ही कईयों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करायी जा चुकी है. डोजिरंग अभियान के बाद कुछ दिनों तक अवैध खनन का कार्य बंद रहने के बाद पुन: कोयला माफिया की कारस्तानी शुरू हो जाती है. सूत्र बताते हैं कि जमीन के अंदर कोयला माफियाओं द्वारा अंधाधूंध कोयले की कटाई किये जाने के कारण बरसात के दिनों में भू-धंसान की घटना हो रही है.

गोफ को भरने का दिया गया है निर्देश : पीओ

गिरिडीह कोलियरी के परियोजना पदाधिकारी एसके सिंह ने बताया कि गोफ को भरने का निर्देश दिया गया है. जेसीबी से गोफ को भर दिया जायेगा. सुरक्षा के दृष्टिकोण से तमाम उपाय किये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अवैध माइंस को निरंतर बंद करने का काम किया जा रहा है. डोजरिंग अभियान चलाकर अवैध खंतों को भरा जा रहा है. कहा कि अवैध खनन परेशानी का सबब बना हुआ है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version