Government School: जमुआ (गिरिडीह)-उत्क्रमित उच्च विद्यालय शहरपुरा के रास्ते में मंगलवार को बांस-बल्ली से घेराबंदी कर दिये जाने से बच्चों को काफी फजीहत झेलनी पड़ी. ऐसे में खेत में ही तिरपाल बिछाकर बच्चों की कक्षा ली जाने लगी. डीसी के संज्ञान में आने के बाद उनके निर्देश पर बीडीओ ने पहल कर विद्यालय के रास्ते को अतिक्रमण मुक्त करवाया और मामला निष्पादित कर लेने की जानकारी दी.
थानेदार के साथ पहुंचे बीडीओ
विद्यालय का रास्ता रोके जाने से बच्चों को परेशानी होने पर प्राचार्य अमित कुमार त्रिपाठी ने मामले से बीडीओ एवं स्थानीय थाना को अवगत कराया. सोशल मीडिया पर यह खबर देखकर डीसी ने बीडीओ को मामले की जांच कर दोषी व्यक्ति पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया. बीडीओ थाना प्रभारी के साथ विद्यालय पहुंचे और रास्ते को अतिक्रमण मुक्त कराया.
ऐसी हरकत नहीं करने का वादा किया
रास्ते को अतिक्रमण मुक्त कराने के बाद बीडीओ ने रास्ता रोकनेवाले रोहन महतो से कारण पूछा. विद्यालय निर्माण के समय रास्ता क्यों दिया गया? बीडीओ एवं थाना प्रभारी के समझाने पर रोहन एवं उनके परिजनों ने रास्ते पर लगाया गया बांस-बल्ला हटा लिया और भविष्य में ऐसी हरकत नहीं करने का वादा किया. मौके पर बालेश्वर महतो, भीखन महतो, डीएन वर्मा आदि मौजूद थे.
अधिकारियों को जानकारी देने पर निकला हल
विद्यालय के प्राचार्य अमित कुमार त्रिपाठी ने बताया कि मंगलवार को जब विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्रा स्कूल इस रास्ते से आ रहे थे तो देखा कि रास्ते पर बांस के बल्ले से घेराबंदी की गयी है. उसकी सूचना नवडीहा ओपी प्रभारी और बीडीओ को दी गयी और डीएसई को मोबाइल पर मामले से अवगत कराया. बच्चों के आ जाने के बाद खेत में तिरपाल बिछाकर उन्हें पढ़ाया.
ये भी पढ़ें: झारखंड में नहीं लटकेंगे सड़क निर्माण के कार्य, मुख्य सचिव अलका तिवारी ने उपायुक्तों को दिया ये निर्देश