गिरिडीह : मेडिकल हॉल की आड़ में चल रहा था लिंग परीक्षण का खेल, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम ने किया भंडाफोड़

गिरिडीह में स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने मेडिकल हॉल की आड़ में चल रहे भ्रूण का लिंग जांच केंद्र का भंडाफोड़ किया है.

By Kunal Kishore | July 15, 2024 6:25 PM

गिरिडीह के सरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत लक्ष्मी मेडिकल हॉल में पुलिस और स्वास्थय विभाग कोडरमा की टीम ने छापेमारी की. कोडरमा के सीमावर्ती गिरिडीह जिले के स्टेशन रोड निकट इस मेडिकल हॉल में भ्रूण का लिंग परीक्षण किया जा रहा था. इस दौरान पुलिस ने छापेमारी कर पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन व अन्य सामान बरामद किया है.

लिंग जांचने की मिली थी गुप्त सूचना

कोडरमा प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गिरिडीह पुलिस की मदद से सरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत लक्ष्मी मेडिकल हॉल में छापेमारी पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन व अन्य सामान बरामद किये हैं. पुलिस ने मेडिकल हॉल से दो आरोपियों बिंदू सिंह और विनोद कुमार भारती को भी गिरफ्तार किया है. घटना की सूचना मिलने के बाद मेडिकल हॉल का संचालक पिंकू मंडल फरार है. दरअसल, कोडरमा डीसी मेघा भारद्वाज को गुप्त सूचना मिली थी कि गिरिडीह के मेडिकल हॉल में गैर कानूनी तरीके से गर्भ में लिंग जांचने का काम किया जा रहा है. गिरिडीह के अलावा कोडरमा और हजारीबाग में भ्रूण जांच करने का बड़ा खेल चल रहा है. इसकी शिकायत मिलने के बाद डीसी मेघा भारद्वाज ने विशेष टीम गठित की थी. इस टीम में एसडीओ रिया सिंह, सीएस डॉ अनिल कुमार और अन्य लोग शामिल रहे.

भ्रूण जांच के बाद गर्भपात भी करा दिया जाता था

पुलिस जब स्टेशन रोड में संचालित लक्ष्मी मेडिकल पहुंची तो देखा कि मेडिकल स्टोर के पीछे वाले हिस्से में पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन से एक युवक जांच कर रहा था. पुलिस ने तुरंत उसे पकड़ लिया. छापामारी की सूचना से वहां हड़कंप मच गया. कुछ लोग इधर-उधर भागने लगे. हालांकि, टीम ने मशीन से जांच करने वाले युवक व उसके सहयोगी को धर दबोचा. दोनों को सरिया थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया है. साथ ही मेडिकल स्टोर को सील कर दिया गया है. टीम ने यहां से गर्भपात कराने वाली दवाइयां भी बरामद की है. ऐसे में आशंका है कि भ्रूण जांच करने के बाद यहीं पर गर्भवती महिला का गर्भपात भी करा दिया जाता था. पूरे मामले को लेकर कोडरमा प्रशासन व सरिया पुलिस अलग-अलग केस दर्ज करने की तैयारी में है.

पूरे राज्यभर में कोडरमा का लिंगानूपात है सबसे कम

एचएमआईएस के डेटा के अनुसार पूरे झारखंड राज्य में कोडरमा का लिंगानूपात सबसे कम है. यहां 1000 लड़कों में सिर्फ 820 लड़कियां है. इस तरह के मेडिकल हॉल या क्लिनिकों में भ्रूण का लिंग जांचा जाता है. इस कारण से लिंग पता हो जाने के बाद लोग इनका गर्भपात करा देते हैं.

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