रांची से देवघर तक बनेगा हॉली टूरिस्ट कॉरिडोर, गिरिडीह से रांची की दूरी होगी 138 किलोमीटर

रांची से देवघर तक हॉली टूरिस्ट कॉरिडोर बनेगा. इसकी सैद्धांतिक सहमति मिल गयी है. इससे गिरिडीह से रांची की दूरी 138 किलोमीटर हो जाएगी. गिरिडीह के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि इस पर करीब 1020 करोड़ खर्च होने का अनुमान है.

By Guru Swarup Mishra | June 17, 2024 10:00 PM

गिरिडीह: झारखंड के कई धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाले रांची से देवघर हॉली टूरिस्ट कॉरिडोर को सैद्धांतिक सहमति मिल गयी है. रांची से ओरमांझी, गोला, रजरप्पा, लुगुबुरू पहाड़ी, डुमरी, मधुबन मोड़, बुढ़ई होते हुए देवघर तक 201 किमी का यह कॉरिडोर बनेगा. इस कॉरिडोर में रजरप्पा, लुगुबुरू, पारसनाथ व देवघर जैसे धार्मिक स्थल जुड़ सकेंगे. इससे गिरिडीह से रांची की दूरी 138 किमी हो जाएगी. 201 किलोमीटर में करीब 31 किमी की सड़क बनी हुई है. शेष 170 किमी की सड़क पर चंपाई सोरेन की सरकार ने निर्माण के लिए हरी झंडी दिखा दी है. सोमवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए गिरिडीह के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने बताया कि इस हॉली टूरिस्ट कॉरिडोर के निर्माण पर लगभग 1020 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.

अब डीपीआर बनाने का काम होगा शुरू
गिरिडीह के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने बताया कि हॉली टूरिस्ट कॉरिडोर के अलावा गिरिडीह बाईपास और झरियागादी के पास आरओबी पुल बनाने के लिए काफी दिनों से वे और गिरिडीह के सांसद प्रयासरत थे. इसके लिए दोनों केंद्रीय मंत्री से भी मिलकर अपनी मांग रखी थी लेकिन केंद्र सरकार से निराशा हाथ लगी. उन्होंने बताया कि इन तीनों ही योजनाओं पर सहमति मिल गयी है. अब डीपीआर बनाने का काम शुरू होगा. डीपीआर बनने के बाद निर्माण का प्रस्ताव प्राधिकृत समिति के पास रखी जायेगी और फिर कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद तीनों ही योजनाओं पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया जायेगा.

180 करोड़ से भी ज्यादा की लागत से बनेगा गिरिडीह बाईपास
गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि गिरिडीह बाईपास 180 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की लागत से बनाया जायेगा. इसके तहत गिरिडीह-डुमरी पथ पर जोरापहाड़ी से बनियाडीह, चुंजका, गादीश्रीरामपुर, चतरो से होते हुए खंडोली होते हुए महुआर तक बाईपास सड़क की स्वीकृति मिल गयी है. यह सड़क तीस किमी लंबी होगी. सड़क का सर्वे पूरा हो चुका है. इस सड़क पर दो आरओबी, 2 व्हीकल अंडर पास, चार पुल बनाये जाने हैं. एक से डेढ़ माह में इसका काम शुरू होने की संभावना है. वहीं जोरापहाड़ी के पास से जमुआ रोड से क्रॉस ओवर करते हुए बेंगाबाद के महुआर तक 24 किमी बाईपास निर्माण कराना प्रस्तावित है. कहा कि बाईपास का निर्माण होने से आवागमन में सुविधा होगी. लोगों को जाम की समस्या से निजात मिलेगी. इसके तहत भूमि अधिग्रहण होगा. श्री सोनू ने कहा कि इसके अलावा 60 करोड़ रुपये की लागत से गिरिडीह स्टेशन के पास झरियागादी में आरओबी बनेगा. उन्होंने बताया कि गिरिडीह रेलवे स्टेशन के समीप झरियागादी के पास आरओबी बनना है. इसकी स्वीकृति भी राज्य सरकार से मिल गयी है. सर्वे पूरा हो चुका है. 708 मीटर बनने वाले इस आरओबी में राज्य सरकार पैसा लगा रही है. बताया कि आरओबी की मांग तीन दशक से हो रही है. रेलवे क्रांसिंग से होकर गुजरने के दौरान बच्चों के अलावा बड़ों को काफी परेशानी हो रही है. ऐसे में आरओबी निर्माण होने से आवागमन में सहूलियत होगी. साथ ही जाम की समस्या से भी जनता को निजात मिलेगा. उन्होंने बताया कि सर्वे का काम पूरा होने के बाद अब डीपीआर पर काम किया जा रहा है. दो माह के अंदर यह योजना धरातल पर उतरेगी.

बहुप्रतीक्षित सपना हुआ पूरा
गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि मेरा बहुप्रतीक्षित सपना पूरा हुआ है. उन्होंने कहा कि बाईपास सड़क निर्माण, झरियागादी में आरओबी निर्माण एवं हॉली टूरिस्ट कॉरिडोर की योजना के लिए वह काफी प्रयास कर रहे थे. चूंकि ये तीनों ही महत्ती योजनायें सीधे तौर पर जनता से जुड़ी है. इसका निर्माण होने से जनता को लाभ मिलेगा. कहा कि इन योजनाओं की स्वीकृति मिलने पर वह मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और मंत्री बसंत सोरेन के प्रति आभार व्यक्त करते हैं. जल्द ही जनता को इन तीनों योजनाओं का सौगात मिलेगा.

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