तिसरी प्रखंड का थानसिंहडीह, मंसाडीह और खटपोंक पंचायत की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि इसके चारों ओर जंगल होने के साथ यह क्षेत्र बिहार की सीमा से सटा हुआ है. बताया जाता है कि प्रखंड के तिसरी, चंदौरी, लोकाई, मंसाडीह आदि कई पंचायत में दर्जन भर से अधिक कई सफेदपोश भी हैं जो शराब के इस गोरखधंधे में और तस्करी में शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार तिसरी व देवरी प्रखंड के मंडरो से बाइक, कार और वैन आदि से भारी मात्रा में शराब जिसमें कुछ नकली शराब की भी तस्करी कर उक्त गिरोह के लोग बिहार भेज रहे हैं. बताया जाता है कि तिसरी प्रखंड अंतर्गत मंसाडीह पंचायत के अति नक्सल प्रभावित गांव उज्ज्वै तक तिसरी प्रखंड के शराब माफिया शराब की पेटी को पहुंचाते हैं और फिर वहां से बिहार के माफिया शराब को बाइक से बिहार ले जाते हैं. वहीं भारी पैमाने पर दो नंबर यानी नकली शराबों को भी प्रखंड के साथ-साथ बिहार में भी खपाया जा रहा है. तिसरी थाना प्रभारी रंजय कुमार ने कहा कि तिसरी में शराब की गोरखधंधे को रोकने के लिए कई बार अभियान चलाया गया है. तिसरी पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. इस अवैध कार्य में जो भी लोग शामिल हैं, उसे बख्शा नहीं जायेगा.
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